कोरोना से जंग जीतकर फिर ड्यूटी पर लौटी नर्स निशा राठी एक साल में 250 से ज्यादा पीड़ितों का किया कर चुकी इलाज

बहादुरगढ़ के धर्मपुरा निवासी 34 वर्षीय निशा राठी दिल्ली के महाराजा अग्रसेन अस्पताल में नर्स हैं। आठ अप्रैल 2020 को निशा कोरोना पॉजिटिव हो गई थीं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 06:53 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 06:53 AM (IST)
कोरोना से जंग जीतकर फिर ड्यूटी पर लौटी नर्स निशा राठी एक साल में 250 से ज्यादा पीड़ितों का किया कर चुकी इलाज
कोरोना से जंग जीतकर फिर ड्यूटी पर लौटी नर्स निशा राठी एक साल में 250 से ज्यादा पीड़ितों का किया कर चुकी इलाज

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

बहादुरगढ़ के धर्मपुरा निवासी 34 वर्षीय निशा राठी दिल्ली के महाराजा अग्रसेन अस्पताल में नर्स हैं। आठ अप्रैल 2020 को निशा कोरोना पॉजिटिव हो गई थीं। निशा ने कोरोना पॉजिटिव होने से पहले एक महिला व हरियाणा पुलिस में रहे एक एसआइ का इलाज किया था, जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। 14 दिन बाद निशा इलाज के बाद ठीक होकर घर लौट आई थी। इसके 14 दिन तक निशा होम आइसोलेट रहीं। पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद निशा फिर से अपने ड्यूटी धर्म पर पहुंच गई। कोरोना से खुद पीड़ित होने के बाद जब निशा ठीक होकर ड्यूटी पर गई तो उसने अस्पताल प्रशासन से कोविड वार्ड में ही ड्यूटी की मांग की। निशा राठी ने बताया कि मुझे पता था कि कोरोना से कैसे जंग जीती जाती है। मैं खुद यह जंग जीतकर ड्यूटी पर लौटी तो चाहती थी कि दूसरे लोग भी इसी तरह कोरोना को हराकर अपनी आम जिदगी जिएं। अस्पताल प्रशासन ने मुझे कोविड वार्ड का जिम्मा सौंपा। निशा ने बताया कि मैंने पहले से ज्यादा सावधानियां बरतते हुए कोरोना पीड़ितों का इलाज करना शुरू कर दिया। तब से लेकर अब तक वह 250 से ज्यादा लोगों का इलाज कर चुकी है। अमूमन लोग ठीक होकर घर गए हैं। मैं इलाज के दौरान उन्हें अपनी कहानी बताती हूं। उन्हें इस महामारी से जंग जीतकर जिदगी जीने के प्रति आश्वस्त करती हूं। इससे लोगों में महामारी से लड़ने का जज्बा आता है। खुद का आत्मविश्वास और पूरा इलाज पाकर लोग एक निर्धारित समय में स्वस्थ होकर घर लौट जाते हैं। निशा ने बताया कि अब मैं अपनी बेटी और ड्यूटी दोनों को ठीक ढंग से संभाल रही हूं।

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