कोरोना को लेकर सतर्कता की जरूरत, मगर बाजारों में अभी भी 30 फीसद लोग बरत रहे लापरवाही

-पुलिस काट रही रोजाना 200 चालान फिर भी जिम्मेदारी से बच रहे लोग

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 06:50 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 06:50 AM (IST)
कोरोना को लेकर सतर्कता की जरूरत, मगर बाजारों में अभी भी 30 फीसद लोग बरत रहे लापरवाही
कोरोना को लेकर सतर्कता की जरूरत, मगर बाजारों में अभी भी 30 फीसद लोग बरत रहे लापरवाही

-पुलिस काट रही रोजाना 200 चालान, फिर भी जिम्मेदारी से बच रहे लोग फोटो-5 जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

दोबारा तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर अब सतर्कता बरतने की जरूरत है, मगर बाजारों में निकल रहे 30 फीसद लोग अभी भी लापरवाही बरत रहे हैं। शारीरिक दूरी का नियम तो काफी जगह टूट रहा है, लेकिन मास्क की अहमियत और अनिवार्यता से भी परहेज किया जा रहा है। जिले में एक्टिव केस रोजाना बढ़ते जा रहे है। खास बात तो यह है कि पुलिस मास्क न लगाने वाले लगभग 200 लोगों के चालान रोजाना काट रही है। फिर भी लोग कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करने से परहेज कर रहे हैं। पिछले साल जब कोरोना की शुरूआत हुई और यह पीक पर पहुंचा, तब भी इतने केस एक दिन में जिले में नहीं आए थे, जितने पिछले तीन दिनों से आ रहे हैं। ऐसे में जिले के अंदर एक्टिव केस का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। इस साल में पुलिस काट चुकी है पांच हजार से ज्यादा चालान :

बीच में जब कोरोना के केस कम हुए तो पुलिस की ओर से भी इस तरफ से ध्यान हटा लिया गया था। मगर अब दोबारा से कोरोना के केस बढ़ने के बाद लोगों को आगाह किया जा रहा है। ऐसे में जो नहीं मान रहे, उनके चालान कट रहे हैं। प्रति चालान पर पुलिस 500 रुपये वसूल रही है। जिले में एक जनवरी से लेकर अब तक पांच हजार से अधिक चालान किए गए हैं। पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक औसतन 200 चालान रोजाना कट रहे हैं। मास्क बेच रहे, मगर लगा नहीं रहे :

खास बात यह है कि बाजारों में जो लोग खरीदारी के लिए आ रहे हैं। उनमें से 30 फीसद तो मास्क का प्रयोग नहीं करते। शारीरिक दूरी के नियमों को लेकर गंभीरता तो कहीं ज्यादा कम है, लेकिन इससे भी दिलचस्प बात तो यह है कि जितनी दुकानों पर भी मास्क बेचे जा रहे हैं, उनमें से बहुत से दुकानदारों के चेहरों पर भी मास्क दिखाई नहीं देते। यानी वहां पर मास्क को बिक्री के लिए तो खूब सजाया गया है, लेकिन उसके खुद इस्तेमाल से परहेज किया जा रहा है। यह भी अजीब बात है।

chat bot
आपका साथी