पर्वतीय क्षेत्रों में काम करने वाली सिक्स सिग्मा की मेडिकल टीम को आइटीबीपी ने दी माउंटेनरिग रेस्क्यू ट्रेनिग

10 दिन का संयुक्त अभ्यास किया गया

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Jul 2021 06:00 AM (IST) Updated:Sat, 10 Jul 2021 06:00 AM (IST)
पर्वतीय क्षेत्रों में काम करने वाली सिक्स सिग्मा की मेडिकल टीम को आइटीबीपी ने दी माउंटेनरिग रेस्क्यू ट्रेनिग
पर्वतीय क्षेत्रों में काम करने वाली सिक्स सिग्मा की मेडिकल टीम को आइटीबीपी ने दी माउंटेनरिग रेस्क्यू ट्रेनिग

10 दिन का संयुक्त अभ्यास किया गया जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

पर्वतीय क्षेत्रों में काम करने वाली सिक्स सिग्मा हाई आल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस की टीम को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) की ओर से माउंटेनरिग रेस्क्यू ट्रेनिग दी गई है। 10 दिन का संयुक्त अभ्यास किया गया। इस ट्रेनिग का मुख्य उद्देश्य सिक्स सिग्मा के कर्मचारियों को पर्वतीय क्षेत्रों में कार्य करने के दौरान पेश आने वाली कठिनाइयों से निपटने की नवीनतम तकनीकों को सीखाना था। बहादुरगढ़ के गांव खरहर के मूल निवासी और सिक्स सिग्मा हाई आल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस के सीईओ डा. प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि सिक्स सिग्मा ऐसी प्राइवेट संस्था है जिसके वालंटियर्स ने आइटीबीपी सहित भारतीय सेना, एयरफोर्स, बीएसएफ, सीआरपीएफ और एनडीआरएफ से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। आइटीबीपी और सिक्स सिग्मा ने इस प्रशिक्षण सत्र को माउंटेन रेस्क्यू एंड माउंटेन मेडिसिन नाम दिया। यह उनके खुद के और आइटीबीपी के महानिदेशक सुरजीत सिंह देशवाल (आइपीएस) के प्रयासों से आयोजित किया गया। डीआइजी ब्रिगेडियर रामनिवास ने सिक्स सिग्मा के कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों में बहुत अच्छा कार्य कर रही है। सिक्स सिग्मा के कार्य अद्वितीय है। प्रशिक्षण के दौरान सिक्स सिग्मा के वालंटियर्स माउंटेन मेडिसिन, मौसम के अनुरूप बनने, ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों को स्वस्थ रखने की उपचार विधि, उच्च उक्तांश में सुरक्षित यात्रा करने के लिए स्वयं को तैयार करना, रोप में गांठ लगाने के अलावा अतिआधुनिक यंत्रों के उपयोग, सीधी चट्टान पर चढ़ना, पहाड़ों में होने वाली परेशानियों पर दूर करना, नदी को पार करने की विधियां समेत तमाम गुर सीखे। सिक्स सिग्मा की टीम अब तक आयोजित मेडिकल कैंपों में 80 हजार) से अधिक मरीजों का उपचार कर चुकी है।

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