खाद्य एवं पूर्ति विभाग ने सरसों और गेहूं का शुरू किया उठान

जागरण संवाददाता बहादुरगढ़ क्षेत्र की मंडियों में गेहूं की आवक जोरों पर है। मंगलवार को आसौदा और बहादुरगढ़ की मिलाकर 24 हजार क्विटल गेहूं की खरीद की गई। इधर सरसों की खरीद भी चल रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 01:32 AM (IST) Updated:Fri, 26 Apr 2019 06:41 AM (IST)
खाद्य एवं पूर्ति विभाग ने सरसों और गेहूं का शुरू किया उठान
खाद्य एवं पूर्ति विभाग ने सरसों और गेहूं का शुरू किया उठान

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : क्षेत्र की मंडियों में गेहूं की आवक जोरों पर है। मंगलवार को आसौदा और बहादुरगढ़ की मिलाकर 24 हजार क्विटल गेहूं की खरीद की गई। इधर, सरसों की खरीद भी चल रही है। शहर की मंडी से खाद्य एवं पूर्ति विभाग ने खरीदे गए गेहूं और सरसों का उठान शुरू कर दिया है। गेहूं तो बहादुरगढ़ के गोदाम में ही स्टोर किया जा रहा है, जबकि सरसों को सांपला स्थित हैफेड के गोदाम में पहुंचाया जा रहा है।

बुधवार से दो दिनों तक यदि मौसम बिगड़ता है तो मंडियों में आवक फिर से प्रभावित हो सकती है। ऐसे में खाद्य एवं पूर्ति विभाग ने खरीद गए अनाज का उठान शुरू कर दिया। इस बीच मंगलवार को दोनों मंडियों में खरीद का जिम्मा हरियाणा वेयर हाउस का रहा। दोनों जगहों पर मिलाकर इस एजेंसी ने लगभग 24 हजार क्विटल गेहूं की खरीद की। अब तक कुल मिलाकर दोनों जगहों पर एक लाख क्विटल से ज्यादा गेहूं खरीदा जा चुका है। बता दें कि आसौदा की मंडी में तो हरियाणा वेयर हाउस की तरफ से गेहूं की खरीद की जा रही है जबकि शहर की अनाज मंडी में खरीद का जिम्मा हरियाणा वेयर हाउस के अलावा खाद्य एवं पूर्ति विभाग के पास भी है। दोनों की ओर से सप्ताह में एक-एक दिन खरीद की जा रही है। साथ में खाद्य एवं पूर्ति विभाग की ओर से सरसों की खरीद भी की जा रही है। यह एजेंसी अभी तक 10 हजार क्विटल से ज्यादा सरसों की खरीद कर चुकी है। मंगलवार को 400 क्विटल सरसों की खरीद की गई। इससे पहले हैफेड की ओर से सरसों खरीदी जा रही थी। बाद में सरकार की ओर से खरीद एजेंसी बदल दी गई। उठान में भेदभाव का आरोप :

मंडी के आढ़तियों की ओर से उठान में भेदभाव का आरोप लगाया जा रहा है। यहां पर 10 से ज्यादा आढ़तियों की ओर से एजेंसियों के लिए खरीद की जा रही है। यहां के आढ़ती पंकज गर्ग का कहना है कि खरीदे गए गेहूं का उठान नियमानुसार होना चाहिए। मगर ऐसा नही हो रहा। किसी के द्वारा खरीदे गए गेहूं का तो 80 फीसद तक उठान हो जाता है और किसी का 10 फीसद भी नहीं हो पाता। इसी कारण समस्या आई हुई है। वैसे भी उठान कार्य धीमा ही चल रहा है। -----------------------

खाद्य एवं पूर्ति विभाग को अभी ज्यादा गेहूं नहीं मिला है। साथ में विभाग के पास सरसों की खरीद का भी जिम्मा है। दोनों का उठान कार्य शुरू कर दिया गया है।

--सपना, इंस्पेक्टर, खाद्य एवं पूर्ति विभाग

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