एनआइए के नोटिसों पर किसान भड़के, भाजपा-जजपा के विधायकों व सांसदों से झोली फैलाकर मांगेंगे इस्तीफा
-19 जनवरी को टीकरी बॉर्डर पर करेंगे परेड की रिहर्सल
-19 जनवरी को टीकरी बॉर्डर पर करेंगे परेड की रिहर्सल जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
हरियाणा के किसान संगठनों के संयुक्त मोर्चा ने एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की ओर से जारी किए गए नोटिसों पर आपत्ति जताई है। इसके साथ ही गणतंत्र दिवस परेड को लेकर टीकरी बॉर्डर पर 19 जनवरी को पूर्व सैनिकों के साथ मिलकर परेड की रिहर्सल करने का भी ऐलान किया है। 24 जनवरी से ही लोग गांवों से निकलकर बॉर्डर पर पहुंचेंगे। हरियाणा के किसान मोर्चा ने हर गांव से पांच ट्रैक्टर लाने का मन बनाया है। इनमें से एक ट्रैक्टर-ट्राली महिलाओं की होगी। इस रणनीति का खुलासा रविवार को यहां टीकरी बॉर्डर पर मोर्चा की प्रेस वार्ता में किया। इस दौरान किसान नेता विकास सीसर, जोगेंद्र नैन, मनदीप नथवान, प्रहलाद सिंह, अनूप सिंह मौजूद रहे। किसान नेताओं ने कहा कि सोमवार को महिला किसान दिवस बनाया जाएगा। 26 जनवरी को किसान परेड पूर्णतया शांतिप्रिय व अनुशासित तरीके से होगी। गांव-गांव में जिम्मेदार लोगों की कमेटी गठित होगी। विकास सीसर ने कहा कि एनआइए के नोटिस तो कालेधन वालों के पास जाने चाहिए थे, मगर सरकार ने उन लोगों को भेजे जो किसानों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान भाजपा व जजपा के विधायकों और सांसदों के पास झोली फैलाकर इस्तीफा मांगने जाएंगे। जो किसान के साथ आएंगे उनका मान-सम्मान होगा। मनदीप नथवान ने कहा कि आज कांग्रेस भी हमारे साथ नहीं है। आज जो कानून भाजपा सरकार ने बनाए हैं, उनकी शुरूआत कांग्रेस ने ही की थी, यह हम नहीं भूलेंगे। कांग्रेस महज राजनीतिक लड़ाई लड़ रही है। विकास सीसर ने कहा कि किसानों की किसी से राजनीतिक दुश्मनी नहीं है। हम नहीं चाहते कि भाजपा की सरकार गिर जाए और कांग्रेस की बने। हमारा मकसद किसानों की भलाई है।