मांसाखोरों ने प्रशासन के आदेशों के बाद भी सजाई दुकानें, सब्जी मंडी में लगी भीड़, मार्केट कमेटी ने पांच के चालान किए तो खड़ा किया हंगामा

जागरण संवाददाता बहादुरगढ़ डीसी के आदेशों के बाद भी झज्जर रोड स्थित सब्जी मंडी में मांस

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 09:20 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 09:20 AM (IST)
मांसाखोरों ने प्रशासन के आदेशों के बाद भी सजाई दुकानें, सब्जी मंडी में लगी भीड़, मार्केट कमेटी ने पांच के चालान किए तो खड़ा किया हंगामा
मांसाखोरों ने प्रशासन के आदेशों के बाद भी सजाई दुकानें, सब्जी मंडी में लगी भीड़, मार्केट कमेटी ने पांच के चालान किए तो खड़ा किया हंगामा

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

डीसी के आदेशों के बाद भी झज्जर रोड स्थित सब्जी मंडी में मांसाखोरों की ओर से सब्जियों की दुकान सजा ली, जिसकी वजह से मंडी में भारी मात्रा में लोगों की भीड़ जुट गई। वीरवार सुबह इसकी भनक लगते ही मार्केट कमेटी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मांसाखोरों से अपील की कि वे दुकानें बंद करके घर चले जाए। मंडी में आमजन का प्रवेश और मांसाखोरों की ओर से दुकानें सजाने पर पाबंदी लगा दी गई है, ताकि कोरोना संक्रमण ना फैले। मगर मांसाखोरों ने अधिकारियों की बात नहीं मानी। इस पर मार्केट कमेटी के अधिकारियों ने मंडी में मांसाखोरों के चालान करने शुरू कर दिए। धड़ाधड़ पांच मांसाखारों के चालान कर दिए। इनमें तीन पर 500-500 रुपये तो दो पर 1500-1500 रुपये जुर्माना कर दिया। चालान करने से मंडी के मांसाखोर इकट्ठा हो गए। हंगामा करने लगे। काफी देर तक मांसाखोरों ने हंगामा किया। कमेटी के अधिकारियों को साफ तौर पर कहने लगे कि वे मंडी में दुकान लगाएंगे। आढ़ती सब्जी बेच सकते हैं तो वे क्यों नहीं। जहां पर आढ़ती सब्जी बेच रहे हैं वहां पर भी तो सुबह-सुबह भीड़ लग रही है, क्या इस भीड़ से कोरोना नहीं फैलेगा। इस पर कमेटी के अधिकारियों ने कहा कि सरकार के आदेश हैं कि मंडी सुबह पांच से 11 बजे तक खुलेगी और इस दौरान आढ़ती सब्जी बेचेंगे और दुकानदार व मांसाखोर सब्जी खरीदकर कालोनियों में फेरी लगाकर बेच सकेंगे। मगर मंडी में दुकानें नहीं सजाने दी जाएंगी। ऐसे में मांसाखोरों ने कहा कि अब उनका चालान हो गया है तो वे सब्जी बेचकर ही दुकान बंद करेंगे। मगर कमेटी के अधिकारियों ने कहा कि अगर दुकान बंद नहीं की तो चालान की राशि दोगुणा कर दी जाएगी। कानूनी कार्रवाई होगी सो अलग। ऐसे में भलाई इसी बात में हैं कि सरकार के आदेश मानो और दुकान बंद करके सब्जियां उठाकर मंडी को खाली कर दो। इससे मांसाखोरों में रोष देखने को मिला। मांसाखोर दुलीचंद, दयाशंकर, निदा, विजय कुमार आदि ने बताया कि प्रशासन को कम से कम हमें दो दिन का समय देना चाहिए था ताकि हम अपनी बची हुई सब्जियां बेच सकें। अचानक आदेश जारी कर दिए और अब उन्हें मंडी से बाहर किया जा रहा है। इससे उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। अपनी बात रखते हैं तो चालान किए जा रहे हैं। यह सरासर गलत है। दुकान सजाने पर पांच के किए चालान, आज से बनेंगे फेरी वालों के पास : अनिल

मार्केट कमेटी के निरीक्षक अनिल ने बताया कि मंडी में सुबह-सुबह मांसाखोरों ने दुकानें सजा ली थीं। कई मांसाखोरों को समझाया गया। जो नहीं माने तो चालान किए गए। पांच के चालान किए गए हैं। सुबह पांच से 11 बजे तक मंडी खुल सकती है। इस दौरान सिर्फ आढ़ती व किसान ही सब्जियों बेच सकते हैं। फेरी वाले व अन्य दुकानदार इस दौरान सब्जियां खरीद सकते हैं। मंडी में 210 मांसाखोर हैं। वे चाहे तो शहर में फेरी लगा सकते हैं। उनके पहचान पत्र पहले से ही बने हुए हैं। रही बात फेरी वालों की तो शुक्रवार से उनके भी पास बनाए जाएंगे। आमजन का भी मंडी में प्रवेश बंद रहेगा।

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