डोर -टू-डोर ऑक्सीजन रिफिल: 126 मरीजों को घर पर मिली ऑक्सीजन
ऑक्सीजन आपूर्ति के जिला नोडल अधिकारी एवं बहादुरगढ़ के एसडीएम हितेंद्र कुमार ने बताया कि जिलाधीश जितेंद्र कुमार के निर्देशानुसार जिलाभर में होम आइसोलेट मरीजों को डोर टू डोर व्यवस्था और अस्पतालों में उपचाराधीन मरीजों के लिए मांग के अनुसार ऑक्सीजन आपूर्ति की जा रही है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
ऑक्सीजन आपूर्ति के जिला नोडल अधिकारी एवं बहादुरगढ़ के एसडीएम हितेंद्र कुमार ने बताया कि जिलाधीश जितेंद्र कुमार के निर्देशानुसार जिलाभर में होम आइसोलेट मरीजों को डोर टू डोर व्यवस्था और अस्पतालों में उपचाराधीन मरीजों के लिए मांग के अनुसार ऑक्सीजन आपूर्ति की जा रही है। अभी तक जिले भर में 126 मरीजों के ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल कर दिए गए हैं। जो मरीज अस्पतालों में उपचाराधीन हैं, वे डोर टू डोर ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिग के लिए आवेदन न करें, उपचाराधीन मरीजों के लिए अस्पताल में ही जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जा रही है। प्रशासन का प्रयास है कि पोर्टल पर आवेदन पंजीकृत होते ही जल्द से जल्द सिलेंडर मरीज के घर पर पहुंचा दिया जाए। एसडीएम ने कहा कि डोर टू डोर ऑक्सीजन रिफिल व्यवस्था होम आइसोलेट मरीज, शरीर में ऑक्सीजन लेवल की कमी का डॉक्टरी परामर्श होने पर होम डिलवरी ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल के ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। निष्पक्ष एवं पारदर्शी व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऑनलाइन प्रणाली अपनाई गई है। आवेदक डब्लयू.डब्लयू.डब्लयू डॉट ऑक्सीजन एचआरवाई डॉट इन पर ऑनलाइन आवेदन करें। पंजीकरण करने में किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर आवेदक हेल्पलाइन नंबर 8559893911 या 1075 पर डायल कर सकते हैं। एसडीएम ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा डी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर की रिफिल 250 रुपये तथा बी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर की रिफिल के लिए 107 रुपये की राशि निर्धारित की गई है। अगर आवेदक अपने घर पर सिलेंडर मंगवाना चाहेगा तो उसके लिए वाहन का किराया भी अलग से देना होगा। वाहन का किराया प्रति डी टाइप सिलेंडर के लिए 100 रुपये तथा प्रति बी टाइप सिलेंडर के लिए 50 रुपये तय किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अब मिले आवेदनों के आधार पर 126 मरीजों को डोर टू डोर ऑक्सीजन रिफिल व्यवस्था के तहत ऑक्सीजन उपलब्ध करवा दी गई है। डोर टू डोर ऑक्सीजन रिफिल व्यवस्था के तहत आवेदक को साइट पर मरीज का नाम, आयु, मरीज का आधार कार्ड नंबर, पता जहां ऑक्सीजन सिलेंडर डिलीवर होना है, जिला, सिलेंडर साइज, मरीज का एसपीओ-2 लेवल, ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन लेवल दर्शाते हुए फोटो या डाक्टरी परामर्श आदि वर्णन भरना होगा। इस पोर्टल पर पंजीकृत होने के बाद आवेदन समाज सेवी संस्था और रेडक्रास सोसायटी के पास रिफलेक्ट हो जाएगा । इस कार्य में जनसेवा की भावना से कार्य कर रही समाज सेवी संस्था को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि आवेदक को सही मायनों में ऑक्सीजन सिलेंडर जरूरत है।