मधुमेह से बचने के लिए खानपान और लाइफ स्टाइल में बदलाव जरूरी: डा. बीएन मिश्रा
इस दौरान काफी संख्या में लोगों ने मधुमेह से बचने के उपायों के बारे में जाना एवं अपनी जांच करवाई।
बहादुरगढ़, (विज्ञप्ति): शहर के ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल में विश्व मधुमेह दिवस के उपलक्ष्य में मधुमेह जांच शिविर एवं जागरूकता के लिए सेमिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान काफी संख्या में लोगों ने मधुमेह से बचने के उपायों के बारे में जाना एवं अपनी जांच करवाई। सेमिनार का मंच संचालन सामाजिक कार्यकर्ता सत्येंद्र दहिया ने किया। इस दौरान मुख्य वक्ता ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डा. बीएन मिश्रा ने बताया कि डायबिटीज एक पुरानी बीमारी है। यह तब होती है जब अग्नाशय पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है या जब शरीर अपने द्वारा उत्पादित इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर पाता है। इससे रक्त में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि आजकल की लाइफ स्टाइल में मधुमेह यानी डायबिटीज विश्व में बड़ी समस्या के रूप में उभरी है। भारतीय युवा आबादी में डायबिटीज के काफी लोग पीड़ित है और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीमारी को रोकने के लिए न केवल जागरूकता बल्कि लाइफस्टाइल में बदलाव भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शहरों में अनियमित खानपान और फिजिकल एक्टिविटी कम होने की वजह से डायबिटीज के मरीज ज्यादा देखने को मिलते हैं। सेमिनार की अध्यक्षता करते हुए अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डा. मनीष शर्मा ने बताया कि खानपान में सुधार से मधुमेह से बचाव किया जा सकता है तथा डायबिटीज का इलाज संभव है और इसके परिणामों से बचा जा सकता है। इस मौके पर ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल के उपस्थित कर्मचारियों आने वाले मरीजों एवं उनके सहायकों की मधुमेह की जांच की गई और लोगों को मधुमेह जैसी घातक बीमारियों से बचने के लिए आवश्यक टिप्स दिए गए। इस अवसर पर जय किशन दलाल, सत्येंद्र दहिया, महेंद्र प्रधान, हरीश कौशिक, कोमल, अस्पताल के मैनेजर विक्की शर्मा आदि मौजूद थे।