बरसाती सीजन में जलजनित बीमारियों से सावधानी ही बचाव का तरीका: एसडीएम
-बीमारी के लक्षण प्रतीत होने पर डाक्टर से अवश्य परामर्श लें
-बीमारी के लक्षण प्रतीत होने पर डाक्टर से अवश्य परामर्श लें जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
एसडीएम हितेंद्र कुमार ने कहा कि आमजन को कोरोना महामारी के साथ-साथ बरसात के मौसम में मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया जैसी जलजनित बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक रहने की जरूरत है। सावधानी ही बचाव का सुरक्षित तरीका है। नागरिकों को अपने व अपने परिजनों के स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतते हुए सरकार द्वारा समय-समय पर जारी हिदायतों की पालना करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शासन- प्रशासन नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा को सजग व सतर्क है। स्वास्थ्य विभाग हरियाणा सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण के अतिरिक्त बरसाती सीजन को ध्यान में रखते हुए नागरिकों को डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी जलजनित बीमारियों से बचाव और रोकथाम संबंधी जानकारी देने के लिए निरंतर जागरूक किया जा रहा है। एसडीएम ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को डेंगू व चिकनगुनिया फैलाने वाले एडीज मच्छर के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ-साथ आमजन को यह भी जानकारी दी जा रही है कि यह मच्छर साफ पानी में पनपता है और केवल दिन के समय काटता है। आमजन को पानी से भरे हुए बर्तन व छतों पर रखी पानी की टंकियों को ढक्कन लगाकर बंद रखना चाहिए। एक जगह पर पानी को इकट्ठा न होने दें तथा घरों के आसपास गंदगी न फैलने दें। मच्छर ठहरे हुए पानी में अंडे देते हैं, जिससे मलेरिया व डेंगू की बीमारी फैलने वाले मच्छरों की बढ़ोतरी तेजी से होती है। अकस्मात तेज बुखार होना, अचानक तेज सिर दर्द होना, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द होना, आंखों के पीछे दर्द होना आदि ऐसे लक्षण दिखते ही प्राथमिकता तौर पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में उपचार करवाएं। सिविल सर्जन डा. संजय दहिया ने कहा कि आमजन रात के समय पूरी बाजू के कपड़े पहने, मच्छर दानी का प्रयोग करे, सप्ताह में एक दिन सूखा दिवस (ड्राई डे) मनाए, सप्ताह में एक दिन कूलरों, टंकियों, हौदियों, पशु-पक्षियों के बर्तनों को धोकर व सुखाकर कर दोबारा पानी भरे, ताकि लारवा न पनप सके। उन्होंने कहा कि डेंगू व मलेरिया की रोकथाम को लेकर सभी सीएचसी व पीएचसी पर विभिन्न माध्यमों से आमजन को जागरूक किया जा रहा है।