दिव्यांग खिलाड़ी अनिल कादियान ने पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हासिल किए तीन पदक
लंबी उड़ान के लिए पंख नहीं बल्कि बुलंद हौंसले की जरूरत ह
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
लंबी उड़ान के लिए पंख नहीं बल्कि बुलंद हौंसले की जरूरत होती है। यह साबित कर दिखाया है बहादुरगढ़ के दिव्यांग खिलाड़ी अनिल कादयान ने। अनिल ने बेंगलुरु में हुई पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2021 में दो स्वर्ण और एक रजत पदक हासिल कर प्रदेश का मान बढ़ाया है।
विजेता खिलाड़ी का एचएल सिटी स्थित शाइनिग स्टार फिटनेस जिम में पहुंचने पर खेल प्रेमियों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। हाल ही में बेंगलुरु में पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2021 का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता के व्हील चेयर रेसिग इवेंट में उन्होंने दो स्वर्ण और एक रजत पदक हासिल किया है। अनिल मूल रूप से बेरी तहसील के चिमनी गांव के रहने वाले हैं। फिलहाल वे बहादुरगढ़ की एचएल सिटी में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। अनिल ने बताया कि प्रतियोगिता की 400 मीटर व्हीलचेयर रेसिग इवेंट में नेशनल रिकॉर्ड बना कर उन्होंने स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। वहीं 200 मीटर इवेंट में स्वर्ण पदक हासिल किया। साथ ही 100 मीटर व्हीलचेयर रेसिग स्पर्धा में रजत पदक हासिल किया है। इस प्रतियोगिता का आयोजन पैरा ओलंपिक कमेटी ऑफ इंडिया की ओर से करवाया गया था। पैरा ओलंपिक खिलाड़ी दीपा मलिक फिलहाल इस कमेटी की प्रेजिडेंट हैं। अनिल का कहना है कि सीनियर खिलाड़ी दीपा मलिक की बदौलत ही यह आयोजन संभव हो पाया है। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में हरियाणा की टीम के दिव्यांग खिलाड़ियों ने सबसे ज्यादा मेडल जीतकर विनिग ट्रॉफी हासिल की। वहीं दिल्ली की टीम दूसरे स्थान पर रही। अनिल ने अपनी जीत का श्रेय एचएल सिटी के निदेशक राकेश जून और फिटनेस गुरु वीर डागर और शाइनिग स्टार फिटनेस जिम के ट्रेनर्स के साथ अपने पिता नफे सिंह कादियान को दिया है।
अनिल का अगला लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय पैरा ओलंपिक खेलों में पदक हासिल कर देश का नाम रोशन करना है। इसके लिए वह दिन रात मेहनत कर रहा है।