17.8 एमएम बारिश और ओलावृष्टि के बाद कृषि विभाग ने गांवों से मांगी नुकसान की रिपोर्ट

अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में इतनी मात्रा में बारिश और वह भी ओलावृष्टि के साथ विभाग के रिकार्ड में भी नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 05:45 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 05:45 PM (IST)
17.8 एमएम बारिश और ओलावृष्टि के बाद कृषि विभाग ने गांवों से मांगी नुकसान की रिपोर्ट
17.8 एमएम बारिश और ओलावृष्टि के बाद कृषि विभाग ने गांवों से मांगी नुकसान की रिपोर्ट

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

क्षेत्र में रविवार की शाम को ओलावृष्टि के साथ हुई बारिश की मात्रा कृषि विभाग द्वारा 17.8 मिलीमीटर (एमएम) दर्ज की गई है। इसके साथ ही विभाग ने गांवों से नुकसान की रिपोर्ट तलब की है। अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में इतनी मात्रा में बारिश और वह भी ओलावृष्टि के साथ विभाग के रिकार्ड में भी नहीं है। इतनी बारिश कभी हुई हो, यह भी किसी किसान को याद नहीं है। हालांकि मौसम विशेषज्ञों की ओर से इस तरह की संभावना पहले से जताई गई थी। सोमवार को मौसम साफ रहा। इधर, इस बारिश से तापमान में कमी दर्ज की गई है। साथ में धान की फसल को नुकसान भी पहुंचा है। हाल ही में जहां पर किसानों द्वारा सरसों की बिजाई की गई है, वहां पर फसल का अंकुरण भी प्रभावित हुआ है। पहले से ही इस बार अत्यधिक बरसात के कारण खरीफ सीजन की काफी फसल खराब हो चुकी है और किसान वर्ग परेशान है। ऐसे में जहां पर जलजमाव अभी तक है, वहां पर इस बरसात ने संकट और बढ़ा दिया है। सैकड़ों एकड़ में है बिजाई का संकट :

क्षेत्र के अनेक गांवों में सैकड़ों एकड़ भूमि पर अभी तक बरसाती पानी जमा है। इसकी निकासी नहीं हो पा रही है। रबी सीजन शुरू हो चुका है। अगले महीने से गेहूं की बिजाई शुरू होनी है, लेकिन पानी की निकासी न होने से प्रभावित भूमि पर गेहूं की बिजाई की संभावना क्षीण बनी हुई हैं। किसानों द्वारा अपने स्तर पर पानी निकासी के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन बात नहीं बन पा रही है। वर्जन..

अक्टूबर में इतनी मात्रा में बारिश की संभावना नहीं होती। इस बार ओलावृष्टि भी हुई है। इसको लेकर गांवों में क्या नुकसान हुआ है, इस पर रिपोर्ट मांगी गई है। एक-दो दिन में रिपोर्ट मिल पाएगी।

--सुनील कौशिक, एसडीओ, कृषि विभाग

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