भ्रूण लिग जांच मामले में स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई, बहादुरगढ़ में झोलाछाप डाक्टर व महिला दलाल काबू

भ्रूण लिग जांच के मामले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक बार फि

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 07:39 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 07:39 AM (IST)
भ्रूण लिग जांच मामले में स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई, बहादुरगढ़ में झोलाछाप डाक्टर व महिला दलाल काबू
भ्रूण लिग जांच मामले में स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई, बहादुरगढ़ में झोलाछाप डाक्टर व महिला दलाल काबू

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : भ्रूण लिग जांच के मामले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक बार फिर बहादुरगढ़ में कार्रवाई की गई। चार दिन से बिछाए गए जाल में एक झोलाछाप डाक्टर और एक महिला दलाल फंस गए। दोनों को काबू कर लिया। हालांकि इस मामले में एक दलाल और एक डाक्टर अभी फरार हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। गिरफ्तार आरोपितों को रविवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

शनिवार को विभाग टीम द्वारा बहादुरगढ़ के धर्मपुरा की रहने वाली सरिता और कानौंदा गांव के सचिन को पकड़ा गया। सचिन गांव में ही क्लीनिक चलाता है। वह 12वीं पास है और झोलाछाप डाक्टर है। इस मामले में अब सोनू और डाक्टर राज नाम के शख्स की तलाश है। सोनू पास के एक गांव का रहने वाला बताया जा रहा है और शहर के निजी अस्पताल में काम करता है। मगर डाक्टर राज कौन है और कहां पर रहता है, इस बारे में आरोपितों ने जानकारी होने से इंकार किया है। अभी तो टीम को इतना ही बताया है कि सोनू ही डाक्टर राज से भ्रूण लिग जांच करवाता है। विभाग द्वारा भी झज्जर जिले में कोई डा. राज रजिस्टर्ड होने से इन्कार किया गया है। ऐसे बिछाया जाल

पीएनडीटी के झज्जर के नोडल ऑफिसर डा. अचल त्रिपाठी के नेतृत्व में टीम को सूचना मिली थी कि सरिता भ्रूण लिग जांच में दलाली करती है। इस पर टीम ने तीन माह की गर्भवती एक महिला को बनावटी ग्राहक के लिए तैयार किया। उसे 40 हजार रुपये दिए और नोटों के नंबर टीम ने पहले ही दर्ज कर लिए। 21 अक्टूबर को सरिता से संपर्क करवाया गया। फिर 23 अक्टूबर को दोबारा से बुलाया गया। सचिन ने एडवांस में दो हजार रुपये ग्राहक से लिए। शुक्रवार को टीम फिर से आई। ग्राहक को सरिता के पास भेजा गया, मगर वह घर पर नहीं मिली। फोन किया तो उसने शनिवार को आने के लिए कहा। इस दिन टीम ने फिर ग्राहक को उसके घर भेजा। यहां पर सरिता ने शेष 38 हजार रुपये ले लिए। फिर उसने सचिन से बात की। सचिन ने दोनों को सिविल अस्पताल के पास बुलाया। वहां पर सचिन ने किसी डाक्टर से बात की। इसके बाद ग्राहक से 10 हजार रुपये और लाने के लिए कहा। साथ ही यह भी बताया कि अल्ट्रासाउंड के जरिये रविवार को उसकी भ्रूण लिग जांच होगी। इसके बाद इशारा पाते ही टीम ने सचिन और सरिता को दबोच लिया। 40 हजार में से साढ़े 37 हजार रुपये बरामद हुए। सचिन ने जो दो हजार रुपये लिए थे, वे तो खर्च हो गए। बाकि 38 हजार में से सरिता भी 500 रुपये खर्च कर चुकी थी। शेष राशि उसके घर से उन्हीं नोटों के रूप में बरामद हुई जो टीम ने ग्राहक को दिए थे।

पूछताछ में आरोपितों ने बताया है कि वे सोनू और डा. राज के साथ मिलकर भ्रूण लिग जांच करवाते थे। हालांकि अब तक कितनी जांच करवाई है इस बारे में पुलिस या विभाग द्वारा कोई खुलासा नहीं किया गया है।

इस बारे में विभाग को गुप्त सूचना मिली थी, जिस पर यह कार्रवाई की गई। बाकी दो आरोपितों के बारे में अब पुलिस पता लगाएगी।

-डा. अचल त्रिपाठी, नोडल ऑफिसर, पीएनडीटी, झज्जर।

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