अनाज मंडी में पारिश्रमिक कम होने की बात पर हड़ताल पर गए श्रमिक

सरकार द्वारा अनाज मंडियों में लेबर रेट कम किए जाने की चर्चा के बाद अनाज मंडी मुलाना में मंगलवार को श्रमिक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। इसके बाद अनाज मंडी में धान की फसल लेकर आए किसानों की समस्या बढ़ गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 06:15 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 06:15 AM (IST)
अनाज मंडी में पारिश्रमिक कम होने की बात पर हड़ताल पर गए श्रमिक
अनाज मंडी में पारिश्रमिक कम होने की बात पर हड़ताल पर गए श्रमिक

संवाद सहयोगी, मुलाना : सरकार द्वारा अनाज मंडियों में लेबर रेट कम किए जाने की चर्चा के बाद अनाज मंडी मुलाना में मंगलवार को श्रमिक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। इसके बाद अनाज मंडी में धान की फसल लेकर आए किसानों की समस्या बढ़ गई।

मंगलवार को हड़ताल पर गई लेबर के प्रधान गुलाब सिंह हेमामाजरा व बंता राम, हंसराज, सुखबीर, धर्मपाल, मेहसी,गुरमेज, सुरेश, राजन, रेशम, बलजीत, दर्शन लाल, राजेन्द्र, शमशेर , सीता राम, जय राम व मंतोष ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि प्रदेश सरकार द्वारा मंडियों में लेबर रेट कम किये गए है। गुलाब सिंह ने कहा कि सरकार की और से प्रति किवंटल सात रुपए की लेबर रेट में कटौती की गई है। लेबर प्रधान गुलाब सिंह ने कहा कि सरकार लेबर रेट में कटौती कर उन के साथ अन्याय कर रही हैं। उन्होंने कहा कि लेबर रेट में हुई कटौती का विरोध करते है और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का एलान करते है और जब तक सरकार अपने फैसले को वापस नहीं लेती तब तक वह मंडी में न ट्रालियों से धान उतारेंगे और न ही तुलाई करेंगे।

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लेबर की हड़ताल के कारण खुद धान को उतारना व सुखाना पड़ रहा है। गर्मी में बार बार धान की फसल पलटना भी पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मौसम परिवर्तनशील चल रहा वहीं लेबर की हड़ताल ने उन की परेशानी और बढ़ा दी हैं।

अमर सिंह टंगैल किसान

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एक ट्राली धान लेकर यहां पहुंचा था। यहां आने पर पता चला कि मंडी में लेबर हड़ताल पर हैं। मजबूरन उसे खुद ही ट्राली से धान उतार सड़क पर सुखाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा किया अब उन्हें चिता सता रही है कि यदि शीघ्र हड़ताल नही खुली तो अनाज की भराई व तुलाई कैसे होगी।

जगमाल आमवाला, किसान।

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किसानों को खुद सुखानी पड़ी धान

अनाज मंडी में लेबर के हड़ताल पर चले जाने से किसानों व आढ़तियों की समस्या बढ़ गई है। किसानों को मंडी में लाया गया धान खुद उतार फैलाना पड़ रहा है। इससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम परिवर्तनशील होने के कारण उनकी यह समस्या विकराल हो चली है।

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लेबर रेट में हुई कटौती सम्बंधी कोई भी आदेश अभी तक हमे प्राप्त नही हुआ है। लेकिन अनाज मंडी में लेबर रेट में हुई कटौती के चलते हड़ताल पर है। जिस के चलते किसानों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। किसान स्वयं अपना अनाज उतारने पर मजबूर है।

रणजीत सिंह, प्रधान मुलाना मंडी एसोसिएशन।

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