अंबाला में उत्तर प्रदेश और बिहार से मंगवाए जा रहे गेहूं

अभी तक पंजाब के गेट पास पर सिर्फ धान के सीजन में ही करोड़ों रुपये का खेल होता था लेकिन इस बार ऐसा गेहूं की खरीद में भी देखने को मिल रहा है। इस बार उत्तर प्रदेश और बिहार से गेहूं मंगवाने का खेल चालू हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 06:15 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 06:15 AM (IST)
अंबाला में उत्तर प्रदेश और बिहार से मंगवाए जा रहे गेहूं
अंबाला में उत्तर प्रदेश और बिहार से मंगवाए जा रहे गेहूं

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : अभी तक पंजाब के गेट पास पर सिर्फ धान के सीजन में ही करोड़ों रुपये का खेल होता था, लेकिन इस बार ऐसा गेहूं की खरीद में भी देखने को मिल रहा है। इस बार उत्तर प्रदेश और बिहार से गेहूं मंगवाने का खेल चालू हो गया है। यहां तक कि 20 ट्राले अंबाला पहुंच चुके हैं। इस खेल से अनाज मंडी कर्मचारी समेत अधिकारी भी वाकिफ हैं, लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में यह कही दर्ज नहीं है। इस खेल से सीधे तौर पर सरकारी राजस्व को चूना लगाया जा रहा है।

बता दें कि पिछले कुछ वर्षो से राइस मिलर उत्तर प्रदेश और बिहार से चावल मंगवाते रहे हैं। इसमें पंजाब के लोगों के नाम पर गेट पास काटे जाते रहे हैं। ऐसे में कोई रिकॉर्ड ही नहीं रहता कि माल बिहार या उत्तर प्रदेश से आया है। कागजों सिर्फ पंजाब का माल बन जाता है। जबकि धान हो या गेहूं सिर्फ किसान ही किसी भी अनाज मंडी में लेकर आ सकते हैं, लेकिन मोटा मुनाफा कमाने के लिए गड़बड़ी की जाती है। व्यापारी बिहार और उत्तर प्रदेश से सस्ता अनाज खरीद लेते हैं। इसके बाद प्रदेश की मंडियों में माल को खपा दिया जाता है। क्योंकि बिहार और उत्तर प्रदेश में मंडियां नहीं होने के कारण सरकारी खरीद नहीं होती है।

------- दामों में है काफी अंतर

प्रदेश सरकार की ओर से किसानों से गेहूं 1975 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी जा रही है, लेकिन सरकारी खरीद नहीं होने के कारण बिहार में गेहूं 1200-1300 रुपये प्रति क्विंटल और उत्तर प्रदेश में 1400 से 1700 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से मिल जाती है।

------ आढ़त और खर्चा भी बचत खाते में

दूसरे प्रदेशों से गेहूं मंगवाने में और भी मुनाफे हैं। क्योंकि इसमें एक आढ़त का खर्च भी नहीं पड़ता। वहीं दूसरे प्रदेशों से मंगवाए जाने वाले गेहूं की सफाई करने की भी जरूरत नहीं पड़ती। क्योंकि वहां से साफ अनाज मिलता है। इसे मंगवाने के लिए सिर्फ ट्रांसपोर्ट का ही खर्च अदा करना पड़ता है।

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