कैंसर टर्सरी सेंटर शुरू करने के लिए एटामिक एनर्जी बोर्ड को भेजी मशीनों की अपडेट सूचना

कैंट के सिविल अस्पताल में बनकर तैयार 50 बेड वाले कैंसर टर्सरी सेंटर को शुरू करने के लिए अब भारत सरकार के एटामिक एनर्जी बोर्ड से स्वीकृति मिलने का इंतजार है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 08:30 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 08:30 PM (IST)
कैंसर टर्सरी सेंटर शुरू करने के लिए एटामिक एनर्जी बोर्ड को भेजी मशीनों की अपडेट सूचना
कैंसर टर्सरी सेंटर शुरू करने के लिए एटामिक एनर्जी बोर्ड को भेजी मशीनों की अपडेट सूचना

जागरण संवाददाता, अंबाला : कैंट के सिविल अस्पताल में बनकर तैयार 50 बेड वाले कैंसर टर्सरी सेंटर को शुरू करने के लिए अब भारत सरकार के एटामिक एनर्जी बोर्ड से स्वीकृति मिलने का इंतजार है। इसके लिए कैंसर सेंटर के रेडियेशन सेफ्टी अधिकारी की ओर से एटामिक एनर्जी बोर्ड (एआरबी) को अस्पताल में मरीजों की इलाज और जांच के लिए कौन कौन सी मशीनें स्टाल हो चुकी है इसकी अपडेट सूचना मेल के माध्यम से भेज दी है। साथ ही पिछले दिनों चंडीगढ़ से सेंटर का निरीक्षण करने के लिए आईं डिप्टी डायरेक्टर डा. रेखा सिंह और पीजीआइ चंडीगढ़ के चिकित्सकों की टीम ने भी अपनी रिपोर्ट से सरकार को अवगत करा दिया है। अब एआरबी से सेंटर को शुरू करने से पहले रेडियेशन सेफ्टी अधिकारियों की टीम कैंसर टर्सरी सेंटर का निरीक्षण करके अपनी रिपोर्ट देगी उसके बाद अगर सबकुछ ठीक रहा तभी अस्पताल को शुरू करने की अनुमति मिलेगी। - हाई एनर्जी लीनियर एक्सीलेरेटर मशीन, कीमत लगभग 22 करोड़ रुपये

- ब्रेकी थिरेपी मशीन, कीमत लगभग नौ करोड़ रुपये

- सीटी सीमूलेटर, कीमत लगभग नौ करोड़ रुपये बच्चों के कैंसर की ओपीडी शुरू

अंबाला को 63 करोड़ की लागत से बनकर तैयार कैंसर टर्सरी केयर सेंटर शुरू होने से पहले बच्चों के कैंसर का उपचार शुरू हो चुका है। इसके शुरू होने से पीजीआइ चंडीगढ़ और रोहतक की दौड़ नहीं लगानी पड़ रही। अंबाला वासियों सहित आसपास के शहरों के कैंसर ग्रस्त बच्चों के इलाज के लिए छावनी के नागरिक अस्पताल में आइपीडी ब्लाक के अंदर पहली मंजिल पर बच्चों की ओपीडी में कैंसर ओपीडी शुरू कर दी गई है। कैंसर टर्सरी सेंटर को शुरू करने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। एटामिक एनर्जी बोर्ड से स्वीकृति मिलने के बाद अस्पताल को मुख्यालय के आदेश पर मरीजों के लिए खोल दिया जाएगा।

डा. राकेश सहल, प्रिसिपल मेडिकल अधिकारी छावनी।

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