तीन सौ एकड़ में लगेगा ड्रिप इरिगेशन सिस्टम, बचेगा पानी

बागवानी विभाग पानी बचाने में अहम भूमिका निभाएगा। क्योंकि विभाग का तीन सौ एकड़ जमीन में ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लगाने का प्लान है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 10:49 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 10:49 AM (IST)
तीन सौ एकड़ में लगेगा ड्रिप इरिगेशन सिस्टम, बचेगा पानी
तीन सौ एकड़ में लगेगा ड्रिप इरिगेशन सिस्टम, बचेगा पानी

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : बागवानी विभाग पानी बचाने में अहम भूमिका निभाएगा। क्योंकि विभाग का तीन सौ एकड़ जमीन में ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लगाने का प्लान है। इसके लिए विभाग किसानों को 85 फीसद तक सब्सिडी दे रहा है। फसलों की सिंचाई के लिए इस सिस्टम को लगाने से फसल भी पूरी हो जाएगी और पानी की लागत भी कम आएगी। मतलब पानी की बचत भी होगी।

बता दें कि बागवानी विभाग की ओर से डार्क जोन वाले ब्लाक में सौ फीसद तक किसानों को सब्सिडी दिलवाई जाती है, लेकिन जिले में कोई भी ब्लाक डार्क जोन में नहीं है। हालांकि साथ लगते कुरुक्षेत्र के शाहबाद में डार्क जोन है। ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लगाने के लिए किसानों को सिर्फ जीएसटी ही देनी होती है। जबकि अंबाला जिले में कोई डार्क जोन न होने की स्थिति में किसानों को 85 फीसदी सब्सिडी उपलब्ध करवाई जाती है।

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- दो सिस्टम से बचाया जाता है पानी

बागवानी विभाग के एचडीओ मनीष चहल ने बताया कि विभाग की ओर से किसानों के लिए ड्रिप और स्प्रिंकल सिस्टम लगवाया जाता है। ड्रिप में बूंद-बूंद से पानी टपकता है, जबकि स्प्रिंकल में फव्वारा लगाया जाता है। ज्यादातर किसान ड्रिप लगवाते हैं। जिससे दवा भी दी जा सकती है। ऐसे में लेबर का खर्च भी बचता है और 70 फीसद तक पानी की बचत होती है। करनाल में धान पर ट्रायल चल रहा है। सरकार की ओर से करीबन 20 कंपनियां चुनी गई हैं जो इस सिस्टम को तैयार करती हैं।

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- सब्जी की खेती में सबसे अधिक कारगर

ड्रिप सिस्टम सब्जियों की खेती में सबसे अधिक कारगर है, क्योंकि सब्जियों को कम मात्रा में पानी देना होता है। इस कारण थोड़ा पानी देने से ही अच्छी सब्जी होती हो जाती है। ड्रिप सिस्टम में प्लास्टिक के पाइप बिछाए जाते हैं और उनमें दो से तीन इंच पर छेद होता है। जिससे पानी टपकता है।

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वर्जन

-जिला में ड्रिप सिस्टम लगवाने पर किसानों को 85 फीसद तक सब्सिडी दी जा रही है। इस योजना का लाभ उठाने से पानी की 70 फीसदी तक बचाव होता है।

डा.अजेश कुमार, जिला बागवानी अधिकारी

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