नगर निगम क्षेत्र में होर्डिग्स लगाने की चुकानी होगी कीमत
नगर निगम दो साल की नींद के बाद जाग उठा है और अब विज्ञापन पटों के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नगर निगम अभी तक अपनी आय के बड़े स्त्रोत को भूला बैठा था। इसका लाभ विज्ञापन माफिया उठा रहे थे और बगैर किसी स्वीकृति के विज्ञापन लगा देते थे।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : नगर निगम दो साल की नींद के बाद जाग उठा है और अब विज्ञापन पटों के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नगर निगम अभी तक अपनी आय के बड़े स्त्रोत को भूला बैठा था। इसका लाभ विज्ञापन माफिया उठा रहे थे और बगैर किसी स्वीकृति के विज्ञापन लगा देते थे। इससे नगर निगम को हर वर्ष लाखों रुपये राजस्व का नुकसान हो रहा था।
मालूम हो कि नगर निगम का गठन करीब दो वर्ष पहले हुआ था। इसके बाद निगम ने अपनी आय बढ़ने का काम शुरू किया था। इसके लिए प्रापर्टी टैक्स वसूली, सीवर टैक्स समेत अन्य टैक्स वसूली की गई, लेकिन अपनी सबसे बड़ी आय का साधन विज्ञापन पटों, बैनर और यूनिपोल को भूला बैठा था। हालांकि बीते वर्ष पूर्व आयुक्त ने विज्ञापन पटों के टेंडर के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन इस पर आपत्ति लगा दी गई थी। इसके बाद से नगर निगम विज्ञापन पटों, बैनर और यूनिपोल का टेंडर नहीं कर सका। इसी का सीधा लाभ विज्ञापन माफिया उठा रहे हैं।
गंभीर बात यह है कि बीते एक वर्ष से नगर निगम की ओर अवैध विज्ञापन हटाने के लिए अभियान तक नहीं चलाया गया। लेकिन अब निगम नींद से जागा है। आय बढ़ाने के लिए विज्ञापन व यूनिपोल के टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस संबंध में डीएमसी अमन ढांडा ने बताया कि नगर निगम जल्द ही विज्ञापन और बैनर के टेंडर फाइनल करेगा। साथ ही शहर में बगैर स्वीकृति के लगे विज्ञापन पटों और बैनर को हटाने की कार्रवाई भी शुरू होगी।