बाबूगिरी की प्रथा को करना होगा खत्म, समय से सीट पर रहना आदत में डालें कर्मी

एसडीएम कार्यालय और तहसील में कार्य कराने के लिए आने वाले लोगों से कर्मचारी के सीट पर न होने की शिकायत को एसडीएम ने गंभीरता से लिया है। कर्मचारियों की पुरानी बाबूगिरी प्रथा को खत्म करने के लिए एसडीएम दिलबाग सिंह ने कार्यालय का औचक निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 09:53 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 09:53 PM (IST)
बाबूगिरी की प्रथा को करना होगा खत्म, समय से सीट पर रहना आदत में डालें कर्मी
बाबूगिरी की प्रथा को करना होगा खत्म, समय से सीट पर रहना आदत में डालें कर्मी

जागरण संवाददाता, अंबाला : एसडीएम कार्यालय और तहसील में कार्य कराने के लिए आने वाले लोगों से कर्मचारी के सीट पर न होने की शिकायत को एसडीएम ने गंभीरता से लिया है। कर्मचारियों की पुरानी बाबूगिरी प्रथा को खत्म करने के लिए एसडीएम दिलबाग सिंह ने कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सीट से नदारद मिले छह कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश देते हुए फटकार लगाई। एसडीएम के कड़े तेवर देख कर्मचारियों ने एक स्वर में भविष्य में इस तरह की गलती न होने का भरोसा दिया। एसडीएम ने कर्मचारियों को कहा कि कार्यालय अवधि में अपनी सीट पर रहने को अदालत में शामिल करें, जिससे लोगों को परेशानी न हो।

छावनी के एसडीएम कार्यालय और तहसील में अपने कार्य के लिए आने वाले लोगों को तरह तरह की समस्याओं से जूझना पड़ता है। पिछले एक सप्ताह से एसडीएम के समक्ष 20 से अधिक लोग पेश होकर कर्मचारी के सीट पर न होने की बात बताई गई, जिस वजह से एक दिन के काम को कराने के लिए हफ्तो चक्कर काटने पड़ते हैं। लोगों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम कार्यालय समय शुरू होते ही अचानक निरीक्षण करने के निकल पड़े। सबसे पहले रजिस्ट्री और सरल केंद्र का निरीक्षण किया। इसके बाद पहली मंजिल पर संचालित होने वाले कार्यालय में पहुंचे और कर्मचारियों की उपस्थिति पंजिका चेक किया। इस दौरान कुल मिलाकर छह कर्मचारी अपनी सीट से गैरहाजिर मिले। ऐसे कर्मचारियों का एक दिन का वेतन करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के बाद आफिस पहुंचे कर्मचारी एसडीएम के समक्ष पेश हुए और देरी से आने का कारण बताया। इस पर एसडीएम ने फटकार लगाते हुए भविष्य में इस तरह की गलती न होने की चेतावनी दी।

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