मरीज की 36 घंटे तक नहीं ली सुध, मंत्री की कोठी पर फोन करने के बाद शुरू हुआ इलाज

धमौली गांव निवासी 65 वर्षीया बुजुर्ग तृप्ता देवी का छावनी के नागधमौली गांव निवासी 65 वर्षीया बुजुर्ग तृप्ता देवी का छावनी के नागरिक अस्पताल में 36 घंटे बाद भी इलाज न आरंभ होने का मामला स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज तक पहुंचा। विज के पीए समीर ने एसएमओ सतीश कुमार से बातचीत की तो घायल महिला का इलाज शुरू हो सका। शहजादपुर खंड के धमौली गांव निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग तृप्ता देवी को कुछ रोज पहले सड़क पर गिरने अधिक चोट लग गई थी। पहले तो परिजन उसका स्थानीय डॉक्टर के पास इलाज कराते रहे, लेकिन चोट ठीक नहीं हुई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Sep 2018 01:52 AM (IST) Updated:Tue, 25 Sep 2018 01:52 AM (IST)
मरीज की 36 घंटे तक नहीं ली सुध, मंत्री की कोठी पर फोन करने के बाद शुरू हुआ इलाज
मरीज की 36 घंटे तक नहीं ली सुध, मंत्री की कोठी पर फोन करने के बाद शुरू हुआ इलाज

जागरण संवाददाता, अंबाला : धमौली गांव निवासी 65 वर्षीया बुजुर्ग तृप्ता देवी का छावनी के नागरिक अस्पताल में 36 घंटे बाद भी इलाज न आरंभ होने का मामला स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज तक पहुंचा। विज के पीए समीर ने एसएमओ सतीश कुमार से बातचीत की तो घायल महिला का इलाज शुरू हो सका।

शहजादपुर खंड के धमौली गांव निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग तृप्ता देवी को कुछ रोज पहले सड़क पर गिरने अधिक चोट लग गई थी। पहले तो परिजन उसका स्थानीय डॉक्टर के पास इलाज कराते रहे, लेकिन चोट ठीक नहीं हुई। ऐसे में रविवार तड़के पांच बजे तृप्ता देवी को बेटा दलीप कुमार छावनी के नागरिक अस्पताल में लेकर पहुंचा। दर्द अधिक होने के बावजूद पहले तो दो घंटे तक बुजुर्ग इमरजेंसी में ही स्ट्रेचर पर लेटी रही, लेकिन किसी ने चेक तक नहीं किया। नर्स को कई बार कहने के बाद चेक किया तो बिना कोई इलाज के ही बुजुर्ग को दाखिल कर वार्ड में ले जाने के लिए कह दिया। वहां दिन में कोई डॉक्टर नहीं आया और नर्स ने एक बोतल ग्लूकोज टांग दी और चोट पर मरहम लगा दिया।

मंत्री के पीए के फोन के बाद ली सुध

सोमवार दोपहर तक भी किसी ने बुजुर्ग को चेक तक नहीं किया। छुट्टी होने के बाद करीब दो बजे एक डॉक्टर आया और महिला के कार्ड पर अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे लिख चला गया। उस दौरान जब घायल को नीचे लाया गया तो छुट्टी के कारण अल्ट्रासाउंड नहीं हो सका। हालांकि एक्सरे कर्मी ने ढाई बजे महिला का टेस्ट कर उसकी रिपोर्ट भी साथ ही दे दी। दलीप ने उसी दौरान पीए समीर को फोन किया तो उन्होंने युवक को एसएमओ से मिलने की बात कही। उसके बाद डॉ. सतीश ने आइपीडी ब्लॉक में संबंधित नर्स के पास फोन कर महिला का इलाज करने के लिए आदेश दिए।

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