देवोत्थान एकादशी आज, दिसंबर में शादी के 6 मुहूर्त

देवोत्थान एकादशी बुधवार को है। पांच माह बाद आज से मांगलिक कार्यक्रम शुरू होंगे। यह दिन सबसे शुभ मुहूर्त माना गया है। होटल व बैंक्वेट हाल सभी बुक हो चुके हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए वैवाहिक कार्यक्रमों में महज 100 लोग ही शामिल हो सकेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 08:19 AM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 08:19 AM (IST)
देवोत्थान एकादशी आज, दिसंबर में शादी के 6 मुहूर्त
देवोत्थान एकादशी आज, दिसंबर में शादी के 6 मुहूर्त

फोटो : 14 और 16

-वैवाहिक कार्यक्रमों में 100 लोग शामिल हो सकेंगे -11 दिसंबर के बाद नहीं होंगी शादियां

जागरण संवाददाता, अंबाला : देवोत्थान एकादशी बुधवार को है। पांच माह बाद आज से मांगलिक कार्यक्रम शुरू होंगे। यह दिन सबसे शुभ मुहूर्त माना गया है। होटल व बैंक्वेट हाल सभी बुक हो चुके हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए वैवाहिक कार्यक्रमों में महज 100 लोग ही शामिल हो सकेंगे।

शादी ब्याह के दस शुभ मुहूर्त

देवोत्थान एकादशी के बाद सभी मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं। इसके बाद से केवल दस दिन ही मांगलिक कार्य का शुभ मुहूर्त होता है। इसके बाद बसंत पंचमी के दिन बिना मुहूर्त के शादियां होती है। उसके बाद लोगों को अप्रैल तक का इंतजार करना पड़ता है। दिसंबर में शादी के छह दिन

दिसंबर महीने में 1, 6, 7, 9, 10 व 11 तारीख को शुभ मुहूर्त है। इन दिनों में लोग अपने बच्चों के शादी ब्याह से लेकर मांगलिक कार्यक्रम के लिए तिथियां तय कर रहे हैं। 18 अप्रैल तक अस्त रहेगा तारा

15 दिसंबर 2020 से 14 जनवरी 2021 तक धनुर्मास (खरमास) होने की वजह से समय अशुद्ध रहेगा। 17 जनवरी से 13 फरवरी 2021 तक गुरु का तारा अस्त होने से समय अशुद्ध रहेगा। 14 फरवरी से 18 अप्रैल 2021 तक शुक्र का तारा अस्त होने की वजह से समय अशुद्ध रहेगा। इस अवधि में मांगलिक कार्यक्रम नहीं होते। मेहंदी का रेट फिक्स

शादी से पहले दुल्हन सजाने के लिए मेइंदी लगाने का ब्यूटी पार्लर में रेट फिक्स हो गया है। 11 सौ से 51 सौ रुपए में दुकान के हाथ और पैर में आकर्षक डिजाइनों वाली मेहंदी लगाई जा रही है। मेंहदी लगाने में कुशल मधु बताती है कि इस बार रात की शादियां कम हो रही है। ऐसे में शादी से एक दिन पहले दुल्हन को मेंहदी लगाई जा रही है। आभूषण की खरीद में 20 फीसद वृद्धि

कोरोना काल में कार्यक्रम के दौरान सीमित लोगों की संख्या ने खर्च कम कर दिया। इस खर्च को बचाकर स्वजन अपनी बेटी और बहू के लिए आभूषणों की खरीदारी कर रहे हैं। सर्राफा बाजार में पिछले साल की अपेक्षा इस बार करीब 20 फीसदी अधिक आभूषणों की बिक्री हुई है।

हॉलमार्क आभूषण की बिक्री बढ़ी

अब सोना और चांदी खरीदने के लिए सर्राफा की दुकानों पर पहुंचने वाले ग्राहक ब्रांडेड सोने की तरह हॉलमार्क वाले आभूषण खरीदने को प्राथमिकता दे रहे हैं। सोने की खरीदारी करने पहुंची डिफेंस कालोनी अंबाला छावनी की प्रियतमा ने बताया कि उसकी बेटी की शादी दिसंबर के प्रथम सप्ताह में है और वह बचे हुए रुपए का बेटी को जेवर बनवा कर दे रही हैं।

सोना दस ग्राम 47500 में

मंगलवार को सोने के दाम में गिरावट दर्ज की गई और 47500 रुपए में सोना बाजारों में बिका। कारोबारियों की मानें तो जिस किसी के परिवार में शादी अथवा मांगलिक कार्यक्रम हैं वह करीब एक महीने पहले से सोने, चांदी से लेकर कपड़ों की खरीददारी करने में जुट जाते हैं। वर्जन

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कोरोना काल में सर्राफा कारोबार चौपट हो गया। अब इस वैवाहिक सीजन में इस साल की सबसे अधिक सोने चांदी की बिक्री हुई है।

रविदर गर्ग, आभूषण विक्रेता छावनी।

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