कोरोना संक्रमण से दम तोड़ने वालों के अंतिम संस्कार के लिए 10 टन लकड़ी की व्यवस्था

छावनी के रामबाग श्मशान घाट पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी से लेकर सामग्री का स्टॉक कराया गया। श्मशान घाट के गोदाम में करीब 10 टन लकड़ी और कोरोना संक्रमितों के दो पक्का स्लैब रिजर्व रखा गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 06:30 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 06:30 AM (IST)
कोरोना संक्रमण से दम तोड़ने वालों के अंतिम संस्कार के लिए 10 टन लकड़ी की व्यवस्था
कोरोना संक्रमण से दम तोड़ने वालों के अंतिम संस्कार के लिए 10 टन लकड़ी की व्यवस्था

जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी के रामबाग श्मशान घाट पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी से लेकर सामग्री का स्टॉक कराया गया। श्मशान घाट के गोदाम में करीब 10 टन लकड़ी और कोरोना संक्रमितों के दो पक्का स्लैब रिजर्व रखा गया है। साथ ही श्मशान घाट में शवों के साथ 25 से 50 के बीच में ही स्वजनों को प्रवेश करने की अनुमति है। इधर, कुछ दिनों से अंतिम संस्कार के दौरान 100 से अधिक लोग पहुंच रहे हैं। कोरोना को लेकर बनाए गए नियम टूटता देख श्मशान घाट प्रबंधन ने प्रशासन से मुख्य गेट पर पहरा लगाए जाने की मांग की है, जिससे यहां शारीरिक दूरी के नियम का पालन हो सके।

यहां होने वाले संस्कार को सिर्फ पीपीई किट में किया जा सकेगा। संक्रमितों के शवों को श्मशान घाट तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की अलग से रिजर्व एम्बुलेंस श्मशान घाट पर पहुंचा रही है।

---------------- श्मशान की फीस 700 रुपये

छावनी के रामबाग श्मशान घाट में होने वाले शव के अंतिम संस्कार की फीस 700 रुपये निर्धारित की गई है। इस फीस में संस्कार के लिए श्मशान घाट की तरफ से रीति रिवाज के मुताबिक कराया जा रहा है। प्रत्येक चिता के लिए 7 मन करीब 2250 रुपये की लकड़ी लगती है।

------------- एक हजार क्विटल लकड़ी स्टोर

श्मशान घाट में इन दिनों शवों के अंतिम संस्कार का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए श्मशान घाट प्रबंधन ने शवों के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी से लेकर अन्य पूजा सामग्री का स्टॉक कर रखा है। एक हजार क्विंटल से अधिक लकड़ियों को रखा गया है।

------------- गोशाला में गोबर से बनी लकड़ी होगी इस्तेमाल

रामबाग श्मशान घाट प्रबंधन ने गोशाला में गोबर से बनी लकड़ी को अंतिम संस्कार के लिए मंगवाना शुरू कर दिया है। प्रबंधन ने लकड़ी की आपूर्ति करने वाले ठेकेदार को श्मशान घाट के लिए हर समय कम से कम 10 टन लकड़ी की किसी भी समय डिमांड के अनुसार भेजने को कहा है।

---------------- संस्कार के बाद नहीं मिलेंगी अस्थियां

कोरोना पॉजिटिव की मौत के बाद श्मशान घाट में संस्कार के बाद अस्थियां स्वजनों को नहीं मिलेगी। स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक अस्थियां नहीं दी जाएगी, क्योंकि इससे भी संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। प्रबंधन ने भी कोरोना संक्रमितों के स्वजनों को अस्थियां नहीं दिए जाने संबंधी सूचना लगा दी है।

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