वामन द्वादशी मेले के समापन में बैंडबाजों के साथ निकाली झांकियां

जागरण संवाददाता अंबाला शहर तीन दिवसीय वामन द्वादशी मेले के तीसरे दिन शहर में निकली शोभ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 07:20 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 07:20 AM (IST)
वामन द्वादशी मेले के समापन में बैंडबाजों के साथ निकाली झांकियां
वामन द्वादशी मेले के समापन में बैंडबाजों के साथ निकाली झांकियां

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: तीन दिवसीय वामन द्वादशी मेले के तीसरे दिन शहर में निकली शोभायात्रा के बाद शुक्रवार समापन हो गया। इस अवसर पर बैंडबाजों के साथ भगवान वामन की सुंदर झांकियां निकाली गई। मनोरम झांकियों ने मोहा मन

मेरे मन में बसा है राम..शिवनाथ तेरी महिमा जग तीन लोक गाए..जय काली कलकत्ते वाली जय काली..दमा दम मस्त कलदर भजनों पर श्रद्धालु जमकर झूमे। शोभायात्रा में जहां विभिन्न देवी-देवताओं की झांकियां मुख्य आकर्षण का केंद्र बनी, वहीं भजनों पर कलाकारों के नृत्य ने समां बांध दिया। श्रद्धालुओं ने भगवान के हिडोलों में विराजमान रूप के दर्शन किए। पुरानी अनाज मंडी से भगवान वामन की सुंदर झांकियों शुरू की, जो मुख्य बाजारों से होकर नौरंगराय तालाब पर समाप्त हुई। शहर में रामबाग में तीन दिवसीय वामन द्वादशी मेला लगा हैं। यहां पर बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले लगे हैं। हालांकि मेले में प्रवेश के लिए दस रुपये का टिकट रखा है। समापन के दिन मेले में लोगों की भीड़ रही। यहां पर मुख्य गेट पर दो सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी लगी थी, ताकि कोई बगैर टिकट के प्रवेश न करे। इस संबंध में मेला कमेटी के प्रधान जीत राम ने बताया कि कार्यक्रम के शुभारंभ में विधायक के प्रतिनिधि रितेश गोयल ने आरती की। इसके बाद सुंदर झांकियों को निकाला गया।

पांच मंदिरों से निकलते हैं हिडोले

वामन द्वादशी मेले में पांच मंदिरों के हिडौले पहुंचते हैं। इसमें बड़ा ठाकुर द्वारा, राधेश्याम मंदिर पुराना सिविल अस्पताल, कलाल माजरी ठाकुर द्वारा मंदिर और नौहरियान मंदिर प्रमुख हैं। आतिशबाजी के साथ आधी रात हुआ वामन द्वादशी मेले का समापन

संवाद सहयोगी, मुलाना :

दो दिवसीय वामन द्वादशी मेला धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया। दूसरे दिन शुक्रवार शाम को शिवधाम गौरी ताल मंदिर में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम के बाद मेले का समापन किया गया। मेले पर शिवधाम गौरीताल मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं ने भगवान वामन जी की पावन हजुरी में माथा टेक मन्नतें मांगी। मंदिर को भव्य लाईटिग से सजाया गया था, जिसकी शोभा देखते ही बन रही थी। मंदिर में लगाई गई झांकीयां मंदिर की शोभा को चार चांद लगा रही थी। झांकियों में शिव परिवार की झांकी अति सुशोभित व मनमोहक रही। शुक्रवार शाम मेला प्रारंभ की रस्म मुख्यातिथि नरेंद्र बिलमा ने रिबन काटकर और ज्योति प्रवज्लिलत करके किया। मेले के दौरान मां भगवती के जागरण का आयोजन किया गया। इसमें मनु सिकंदर पार्टी ने भजनों द्वारा समां बांधा। मेले के दौरान मंदिर कमेटी द्वारा की गई आतिशबाजी ने आसमान को रंगीन किया साथ ही मेले में पहुंचे श्रद्धालुओं का मनमोह लिया। वामन भगवान के जयकारों के साथ आधी रात को मेले का समापन हुआ।

chat bot
आपका साथी