अभिभावक की लिखित अनुमति के बाद ही विद्यार्थियों की स्कूल में होगी एंट्री

भले ही 21 सितंबर से 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूलों को खोला जा रहा है लेकिन इस दौरान वहीं विद्यार्थी स्कूल आ सकेंगे जिनके पिता की ओर से लिखित में अनुमति दी जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 07:30 AM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 07:30 AM (IST)
अभिभावक की लिखित अनुमति के बाद ही विद्यार्थियों की स्कूल में होगी एंट्री
अभिभावक की लिखित अनुमति के बाद ही विद्यार्थियों की स्कूल में होगी एंट्री

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : भले ही 21 सितंबर से 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूलों को खोला जा रहा है, लेकिन इस दौरान वहीं विद्यार्थी स्कूल आ सकेंगे जिनके पिता की ओर से लिखित में अनुमति दी जाएगी। साथ ही स्कूल में कोई कक्षा नहीं लगेगी। सिर्फ विद्यार्थी के उलझे सवाल या समस्या का समाधान होगा। वह चाहे पांच मिनट में ही क्यों न हो। इस संबंध में डायरेक्टोरेट स्कूल एजुकेशन की ओर से जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश भेजे गए हैं। इसमें कक्षाओं में पढ़ाने वाले अध्यापकों के लिए कोविड टेस्ट करवाने तथा आरोग्य सेतु एप इंस्टॉल करने के लिए भी कहा गया है। इसमें टेस्ट का शेड्यूल भी तैयार किया जाना है।

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-एसओपी पर होगा काम

विभाग की ओर से स्टैंडर्ड ऑपरेटिग प्रोसिजर (एसओपी) के मुताबिक किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। विद्यालय में विद्यार्थी, अध्यापक तथा अन्य कर्मी जागरूकता से रहें। 21 सितंबर से सरकारी और प्राइवेट स्कूल में यह प्रभावी रहेगा। विद्यालय में आरोग्य सेतु मोबाइल एप इंस्टॉल करना तथा कोविड टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा। बिना कंटेनमेंट जोन वाले क्षेत्र के विद्यार्थी ही स्कूल आ सकेंगे।

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-स्कूल में रखनी होगी एहतियात

शौचालय का प्रयोग एक समय में एक ही करेगा। दोस्त होंगे, लेकिन खाना अपना ही खाना होगा। विद्यालय को सैनिटाइज किया जाएगा। अलग से एक कोविड का रूम बनाया जाएगा। यहां तक कि शौचालय भी अलग बनाया जाएगा।

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फोटो - 34

वर्जन

-अभिभावकों की अनुमति पर ही विद्यार्थी स्कूल में अपनी समस्या को हल करवाने के लिए आ सकते हैं। इसके लिए दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं।

सुरेंद्र मोहन, बीईओ, ब्लाक वन

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