दानीपुर में दसवीं बोर्ड का परीक्षा केंद्र नहीं बनाने पर विद्यार्थियों व अभिभावकों ने की नारेबाजी

स्वर्गीय श्री छज्जू राम स्वतंत्रता सेनानी राजकीय उच विद्यालय दानीपुर में इस साल परीक्षा केंद्र नहीं बनेगा। क्योंकि यहां पर बनने वाला परीक्षा केंद्र खत्म कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 06:30 AM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 06:30 AM (IST)
दानीपुर में दसवीं बोर्ड का परीक्षा केंद्र नहीं बनाने पर विद्यार्थियों व अभिभावकों ने की नारेबाजी
दानीपुर में दसवीं बोर्ड का परीक्षा केंद्र नहीं बनाने पर विद्यार्थियों व अभिभावकों ने की नारेबाजी

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : स्वर्गीय श्री छज्जू राम स्वतंत्रता सेनानी राजकीय उच्च विद्यालय दानीपुर में इस साल परीक्षा केंद्र नहीं बनेगा। क्योंकि यहां पर बनने वाला परीक्षा केंद्र खत्म कर दिया गया है। इसी के विरोध में सोमवार को विद्यार्थियों समेत अभिभावकों ने जमकर नारेबाजी की और यहां परीक्षा बनाने की मांग भी की। ग्रामीणों ने स्कूल के मुख्याध्यापक को मांग पत्र भी सौंपा।

बता दें कि गांव दानीपुर में 2012 से परीक्षा केंद्र बन रहा था। यहां पर बोर्ड का कोड - 1111 था, लेकिन इस साल शिक्षा बोर्ड से निर्देश आया कि परीक्षा केंद्र दानीपुर की बजाए गांव जनसुई में बनेगा। बात विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों तक पहुंची। इसके बाद अभिभावक एकजुट हो गए। दानीपुर स्कूल में इस समय दसवीं में करीब 32 विद्यार्थी हैं, जिनमें से 17 लड़कियां हैं। इसी तरह गांव छपरा के सरकारी स्कूल का सेंटर भी गांव जनसुई में बना दिया गया है।

मौके पर मौजूद गुरमेल सिंह, रूपा देवी, बंतो देवी, कमली, रीना, अजयपाल, अशोक कुमार, कृष्णा, हीरा सिंह, अंग्रेज सिंह, मोनू, गुरप्रीत, जसविद्र कौर, शीला, महिद्रो, रामदिया, महिद्र आदि ने बताया कि दानीपुर गांव जाने के लिए पहले कुरुक्षेत्र के एरिया में प्रवेश करना पड़ता है। जिसमें पहले ईस्माइलाबाद पहुंचते हैं, जहां से दानीपुर गांव पड़ता है। पहले तो चार से पांच किलोमीटर दूर के विद्यार्थी दानीपुर स्कूल में पहुंचते थे, लेकिन अब विद्यार्थियों को 25 से 30 किलोमीटर की अतिरिक्त दौड़ लगानी पड़ेगी। अंबाला से पिहोवा तक के लिए यातायात साधन तो उपलब्ध हो जाते हैं, लेकिन लोकल स्तर पर यातायात साधनों की बड़ी कमी है। इस रोड पर ऑटो भी नहीं मिलते।

----- नहीं हुई कभी नकल और सीसीटीवी भी लगे हैं

दानीपुर स्कूल में 2012 से परीक्षा केंद्र बन रहा है, लेकिन कभी भी स्कूल में नकल का मामला सामने नहीं आया। स्कूल में सीसीटीवी भी लगे हुए हैं। इतना ही नहीं विद्यालय में एक हॉल और दस कमरे भी हैं। जिस कारण जगह की कमी नहीं है। एक तरफ कोरोना फैलने का डर बताया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ विद्यार्थियों को एक जगह पर इकट्ठा किया जा रहा है।

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