चंडीगढ़-दिल्ली हाईवे पर छह घंटे ब्लाक की कवायद

लुधियाना से कोलकाता तक 1856 किलो मीटर लंबे कारिडोर के निर्माण कार्य को लेकर दिल्ली-चंडीगढ़ र्हाइवे पर अंबाला में रूट डायवर्ट किया जा सकता है। फिलहाल हाईवे पर वाहनों को सर्विस लेन से निकाला जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 07:30 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 07:30 AM (IST)
चंडीगढ़-दिल्ली हाईवे पर छह घंटे ब्लाक की कवायद
चंडीगढ़-दिल्ली हाईवे पर छह घंटे ब्लाक की कवायद

जागरण संवाददाता, अंबाला : लुधियाना से कोलकाता तक 1856 किलो मीटर लंबे कारिडोर के निर्माण कार्य को लेकर दिल्ली-चंडीगढ़ र्हाइवे पर अंबाला में रूट डायवर्ट किया जा सकता है। फिलहाल हाईवे पर वाहनों को सर्विस लेन से निकाला जा रहा है। हाईवे के उपर बनने वाले कारिडोर का कार्य करने के लिए छह घंटे के लिए कार्यदायी संस्था टाटा कंपनी ने ब्लाक के लिए नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया और अंबाला प्रशासन से मांग की है। अगर ब्लाक मिलता है तो अक्टूबर में अंबाला दिल्ली हाईवे पर रूट डायवर्ट किया जा सकता है। हालांकि इस दौरान सर्विस लेन चालू रहेगी। अभी दिल्ली की तरफ से आने वाली गाड़ियों को सर्विस लेन और चंडीगढ़ से दिल्ली जाने वाले वाहनों को मेन हाईवे से पास कराया जा रहा है।

अब कारिडोर में लगने वाले लोहे के गटर की खेप निर्माण स्थल पर पहुंचने लगी है। उम्मीद की जा रही है कि हाईवे के उपर लगने वाले लोहे के गटर पहुंचने के बाद ब्लाक की डिमांड कार्यदायी संस्था टाटा करेगी।

देश में पहली बार नीचे यात्री गाड़ी और 35 फीट ऊंचाई पर मालगाड़ियां दौडेंगी। दिल्ली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के अंबाला में हाईवे के ऊपर भी रेल लाइन बिछाए जाने का कार्य अंतिम चरण में है। यह लुधियाना से कोलकाता तक 1856 किलोमीटर तक बिछने वाली लाइन डेडिकेटेड फ्रंट कारिडोर के प्रोजेक्ट का अहम हिस्सा है। करीब 2499 करोड़ के इस प्रोजेक्ट को जून 2022 में पूरा करने का लक्ष्य है। राष्ट्रीय राजमार्ग के हरियाणा और पंजाब में तीन जगहों पर नीचे सवारी गाड़ी तो ऊपर मालगाड़ियां चलती दिखाई देंगी। अंबाला-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग के ऊपर भी मालगाड़ियां दौड़ती नजर आएंगी। इस रेल लाइन पर सिर्फ मालगाड़ियों की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। ---------------

जिले में करीब 5 किलो मीटर लंबी है यह रेल लाइन

अंबाला में करीब पांच किलोमीटर तक 35 फीट की ऊंचाई पर लाइन बिछाई जाएगी। मालगाड़ी को खींचने के लिए ओएचई (ओवरहेड इलेक्ट्रिफिकेशन) तार जमीन से करीब 50 फीट ऊंची होगी। इसी प्रकार पंजाब के राजपुरा में 3 किलोमीटर, सरहिद में करीब 6 किलोमीटर, अलीगढ़ में 28 किलोमीटर, इटावा 25, कानपुर में 50 किलोमीटर तक मालगाड़ियां पुल के ऊपर दौड़ेंगी।

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