कनाडा ले जाकर दिखाया कारोबार, वकील से 2.10 करोड़ की ठगी

कनाडा में सेटल करने और बिजनेस का झांसा देकर दो करोड़ दस लाख रुपये की ठगी कर ली गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 07:40 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 07:40 AM (IST)
कनाडा ले जाकर दिखाया कारोबार, वकील से 2.10 करोड़ की ठगी
कनाडा ले जाकर दिखाया कारोबार, वकील से 2.10 करोड़ की ठगी

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : कनाडा में सेटल करने और बिजनेस का झांसा देकर दो करोड़ दस लाख रुपये की ठगी कर ली गई। आरोपितों ने शिकायतकर्ता को झांसे में लेने के लिए कनाडा की सैर भी करवायी। जहां शिकायतकर्ता को रोकने का प्रयास किया, लेकिन शिकायतकर्ता किसी तरह वापस भारत आ गया। इसके बाद आरोपितों ने राशि नहीं लौटाई बल्कि राशि वापस मांगने पर झूठे केस में फंसाने की धमकियां देनी शुरू कर दी। फिलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। अंबाला छावनी के हाउसिग बोर्ड कालोनी के शिकायतकर्ता सिकंदर सिंह सांगवान की शिकायत पर पंचकूला के सेक्टर दो के अनिल भल्ला उर्फ काका, आकाश भल्ला, उसकी पत्नी भावना भल्ला, अनिल कुमार (मृतक), जयंत बख्शी (कनाडा में रह रहे) और राजेश के खिलाफ शिकायत दी। जिसमें दो करोड़ दस लाख की धोखाधड़ी का आरोप है। शिकायत में बताया कि अनिल कुमार भल्ला, उनके बेटे आकाश भल्ला और आकाश भल्ला की पत्नी भावना भल्ला को 2012 से जानता है। अनिल भल्ला और आकाश भल्ला बहुत लंबे समय से प्राइवेट फाइनेंस (मनी लेंडिग) का बिजनेस करते हैं। अनिल कुमार भल्ला और आकाश भल्ला ने 2018 में मई के आसपास अपने साथी राजेश से मिलवाया। राजेश और उनके साले जयंत बख्शी अंबाला और यमुनानगर में इमिग्रेशन बिजनेस करते हैं। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह कनाडा में रुचि रखता है और वहां बसना चाहता है। राजेश और जयंत बख्शी के साथ शिकायतकर्ता को लुभाया। आकाश भल्ला और अनिल कुमार भल्ला भी अंबाला आ आए ताकि वह राजेश से मिल सके। अनिल भल्ला और आकाश भल्ला ने शिकायतकर्ता को बताया कि राजेश और जयंत बख्शी उनके पारिवारिक मित्र हैं। कनाडा में व्यवसायी है। कनाडा में कंपनियों में पैसा लगा चुके हैं और यहीं से राजेश दस्तावेज तैयार करते हैं और अनिल भल्ला और आकाश भल्ला पैसे के लेन-देन को संभालते हैं। आकाश भल्ला की पत्नी बैंक ऑफिस के काम को नियंत्रित करती थी। आकाश भल्ला अपनी पत्नी से रोजाना फोन करवाता था। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह व्यवसाय में पैसा निवेश करने के लिए तैयार नहीं था। आकाश भल्ला और अनिल भल्ला ने कहा कि उन्हें एक कंपनी में कम से कम सवा दो से अढ़ाई करोड़ निवेश करने की जरूरत है। कनाडा में ट्रकिग कंपनी होगी और इसका स्वामित्व जयंत बख्शी और शिकायतकर्ता के पास होगा। वह निवेश के 1 साल में कनाडा का स्थायी निवासी बन जाएगा। आकाश भल्ला, भावना भल्ला और अनिल भल्ला ने शिकायतकर्ता को पूरी तरह से सुरक्षित लेनदेन और उसके रिटर्न की गारंटी भी दी थी। अगस्त 2018 में वह पैसा निवेश करने के लिए सहमत हो गया था, लेकिन इस शर्त पर कि वह जो राशि लगाएगा वह भल्ला परिवार के सदस्यों में से किसी एक के नाम पर होगी। जिसमें 2.10 करोड़ की राशि लगा दी थी। अनिल भल्ला के खाते में 29 अगस्त 2018 को आरटीजीएस के माध्यम से 90 लाख दिए। उसी दिन भावना भल्ला को 10 लाख रुपये दिए। राशि के बाद वह आकाश भल्ला के साथ सितंबर के पहले सप्ताह में कनाडा गया था। वहां पहुंचकर आरोपितों ने निवेश प्रक्रिया पूरी करने के लिए शेष राशि की मांग की। आरोपित ने कनाडा में शिकायतकर्ता के नाम से एक बैंक खाता भी खोला। इसके बाद शिकायतकर्ता ने भारत लौटना चाहा ताकि पिता से विचार कर सके। आरोपित ने डराना शुरू कर दिया। लेकिन वह भारत लौट गया। लेकिन अगस्त 2019 के बाद आरोपित ने फोन को रिजेक्ट करना शुरू कर दिया। आरोपितों ने झूठे मामलों में फंसाने का भी डर दिखाया।

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