सीनियर डीसीएम को कार्यकाल पूरा होने से पहले फिर हटाया

रेलवे में तबादले के खेल में बेदाग सीनियर डीसीएम हरि मोहन का अंबाला रेल मंडल में कार्यकाल पूरा होने से पहले ही हटा दिया गया। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल के 8 मार्च को होने वाले निरीक्षण की तैयारियों में सीनियर डीसीएम व्यस्त थे लेकिन इसी बीच पता चला उनका तबादला अंबाला में ही सीनियर डीएसओ कर दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 06:20 AM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 06:20 AM (IST)
सीनियर डीसीएम को कार्यकाल पूरा होने से पहले फिर हटाया
सीनियर डीसीएम को कार्यकाल पूरा होने से पहले फिर हटाया

दीपक बहल, अंबाला

रेलवे में तबादले के खेल में बेदाग सीनियर डीसीएम हरि मोहन का अंबाला रेल मंडल में कार्यकाल पूरा होने से पहले ही हटा दिया गया। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल के 8 मार्च को होने वाले निरीक्षण की तैयारियों में सीनियर डीसीएम व्यस्त थे, लेकिन इसी बीच पता चला उनका तबादला अंबाला में ही सीनियर डीएसओ कर दिया गया। जीएम महाप्रबंधक के निरीक्षण दौरे में सीनियर डीसीएम का भी अहम रोल होता है, इसलिए मजबूरन उनको इस पद से अभी रिलीव नहीं किया गया। हरिमोहन के साथ ऐसा नहीं बार नहीं बल्कि दूसरी बार हुआ है।

अंबाला से पहले फिरोजपुर मंडल में भी उनको छह माह बाद ही हटा दिया गया था। सीनियर डीसीएम का कार्यकाल चार साल का होता है। सिर्फ दाग, शिकायत होने पर अधिकारी को हटाया जाता है लेकिन सीनियर डीसीएम का तबादला का कारण प्रशासनिक ही बताया गया है। बता दें हरि मोहन से पहले सीनियर डीसीएम चार-चार साल तक कार्यरत रहे हैं। एक अधिकारी पद के दुरुपयोग में भी आएं लेकिन उनको भी कार्यकाल पूरा करने दिया गया।

-------------- फिरोजपुर में स्टैंड लिया तो यूनियन से उभरा था विवाद

फिरोजपुर मंडल में ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन से उभरे विवाद के बीच हरिमोहन का कार्यकाल पूरा होने से पहले तबादला अंबाला मंडल कर दिया गया था। हुआ यूं था कि जालंधर पार्सल में कार्यरत एक महिला कर्मचारी का तबादला वर्ष 2012 में फगवाड़ा रेलवे स्टेशन पर कर दिया गया था। यहां से महिला कर्मी को अनरिजर्व टिकट सर्विस (यूटीएस) में लगाया गया था। मार्च 2017 में एक बार फिर महिला कर्मचारी का तबादला उनके प्रार्थना पर फगवाड़ा में ही गुड्स आफिस में कर दिया गया था। एक ही सीट पर लंबी पोस्टिग होने के कारण तबादला कहीं और न हो जाए इसलिए महिला कर्मी ने गुड्स आफिस में ही तबादला कराना उचित समझा था। इस तबादले को रुकवाने के लिए यूनियन नेता ने सीनियर डीसीएम को फोन पर धमकाया और कहा तुम्हें पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफ रेलवे) भिजवाऊंगा, तुम मुझे जानते नहीं हो। नेता के धमकाने की ऑडियो तक वायरल हुई थी। इसके बाद फिरोजपुर में अफसरशाही एक हो गई थी लेकिन महज छह माह में सीनियर डीसीएम को वहां से हटना पड़ा। अंबाला मंडल में दिसंबर 2018 में आएं और अब मंडल में ही सीनियर डीएसओ लगा दिया गया।

-------------- घोटाले से पर्दा उठाने के बाद सुर्खियों में आए थे

ऊधमपुर से कश्मीर तक ट्रकों के माध्यम से आउट एजेंसी ने खाद पहुंची नहीं, लेकिन रेलवे भाड़ा देने में मेहरबान रहा। रेलवे ने लाखों रुपया आउट एजेंसी को भाड़े के नाम पर दे दिया था, जबकि खाद गोदाम में सड़ती रही। हुआ यूं था कि गुजरात स्थित कांदला इंडियन फार्मर्स को-ऑपरेटिव लिमिटेड ने कश्मीर के लिए 23 मार्च 2017 को 3712 मीट्रिक टन खाद मालगाड़ी में लोड कर रवाना की थी लेकिन खाद पूरी नहीं पहुंच सकी। कश्मीर पहुंचते पहुंचते यह खाद घटकर 2502 रह गई जबकि 1024 मीट्रिक टन गायब हो गई थी। इससे दो करोड़ 14 लाख रुपये का नुकसान हुआ था। इस मामले पर हरि मोहन ने कार्रवाई की थी। सन 1919 से चली आ रही इस आउट एजेंसी पर किसी अधिकारी ने कार्रवाई नहीं थी। जम्मू-कश्मीर के चीफ एरिया मैनेजर हरि मोहन ने सन 2018 में कार्रवाई कर करीब सौ साल पुरानी एजेंसी बंद कर हड़कंप मचा दिया था। इस घोटाले की भनक बाद में सीबीआइ को मिली जिसके बाद 17 जनवरी 2019 को मामला तक दर्ज हुआ था।

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