एसडीएम ने ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने पर दिए टिप्स

संवाद सहयोगी नारायणगढ़ एसडीएम डा. वैशाली शर्मा ने कहा कि प्रोनिग प्रक्रिया (पेट के बल ल

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 10:32 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 10:32 AM (IST)
एसडीएम ने ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने पर दिए टिप्स
एसडीएम ने ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने पर दिए टिप्स

संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : एसडीएम डा. वैशाली शर्मा ने कहा कि प्रोनिग प्रक्रिया (पेट के बल लेटना) कोविड-19 मरीजों के लिए ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने में सहायक है। यदि आप कोविड के मरीज हैं और घर पर ही क्वारंटाइन है तो प्रोनिग की प्रक्रिया के द्वारा आप अपने ऑक्सीजन के स्तर को सुधार सकते हैं। आपकी जागरूकता ही आपको इस बीमारी से लडऩे में सहायक सिद्ध होगी। शर्मा जोकि एमबीबीएस भी हैं, ने कहा कि प्रोनिग प्रक्रिया से व्यक्ति अपनी ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ा सकता है। मरीज खुद अपनी देखभाल के लिए प्रोनिग की मदद लें

प्रोनिग मरीज के शरीर की पॉजिशन को सुरक्षित तरीके से परिवर्तित करने की एक प्रक्रिया है, जिसमें पीठ के बल लेटा हुआ मरीज जमीन की तरफ मुंह करके पेट के बल लेटता है। चिकित्सा के क्षेत्र में प्रोनिग शरीर की एक स्वीकृत अवस्था है, जो सांस लेने की प्रक्रिया को आरामदायक बनाती है और शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाती है। सांस लेने में तकलीफ वाले कोविड-19 मरीजों, विशेषकर होम आइसोलेशन वाले कोविड मरीजों के लिए प्रोनिग की प्रक्रिया काफी फायदेमंद है। प्रोनिग (पेट के बल लेटने) का महत्व

वेंटिलेशन को बढ़ाती है, श्वसन कोशिकाओं को खोलकर आसानी से सांस लेने में मदद करती है। इसकी आवश्यकता केवल उसी स्थिति में है, जब मरीज को सांस लेने में तकलीफ महसूस हो रही हो और उसका एसपीओ-2 का स्तर 94 से नीचे चला गया हो। होम आइसोलेशन के दौरान तापमान, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर जैसे अन्य लक्षणों के अलावा एसपीओ-2 को नियमित रूप से मॉनिटर करना बेहद महत्वपूर्ण है। अधिक जानकारी के लिए राज्य हेल्पलाइन नंबर 8558893911 (गुरुग्राम व फरीदाबाद) व अन्य जिलों के लिए 1075 पर संपर्क कर सकते हैं।

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