रोडवेज के फोरमैन ने तीन दिन में तैयार कर दिए पांच मोबाइल एंबुलेंस

जींद डिपो वर्कशॉप के मैनेजर संजीत कुमार और फोरमैन आशीष दहिया ने तीन दिन और रात काम कर इन्हें तैयार कर दिया। बुधवार को एंबुलेंस पूरी तरह से तैयार हो गई और अब इन्हें नागरिक अस्पताल प्रबंधन को सौंप दिया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 06:35 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 06:35 AM (IST)
रोडवेज के फोरमैन ने तीन दिन में तैयार कर दिए पांच मोबाइल एंबुलेंस
रोडवेज के फोरमैन ने तीन दिन में तैयार कर दिए पांच मोबाइल एंबुलेंस

जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना महामारी के बीच बेशक कुछ कर्मचारी ड्यूटी से बचने की कोशिश में रहते हैं, लेकिन कुछ कर्मचारियों का अपने काम के प्रति समर्पण सहज ही देखा जा सकता है। रविवार को परिवहन विभाग की तरफ से आदेश मिले थे कि पांच मिनी बसों को जल्द से जल्द एंबुलेंस के तौर पर तैयार किया जाए ताकि इन्हें सिविल अस्पताल को सौंपकर कोरोना संक्रमितों को लाने और ले जाने की सेवा उपलब्ध करवाई जा सके। आदेशों पर तुरंत अमल करते हुए जींद डिपो वर्कशॉप के मैनेजर संजीत कुमार और फोरमैन आशीष दहिया ने तीन दिन और रात काम कर इन्हें तैयार कर दिया। बुधवार को एंबुलेंस पूरी तरह से तैयार हो गई और अब इन्हें नागरिक अस्पताल प्रबंधन को सौंप दिया जाएगा।

बता दें कि कोरोना महामारी को देखते हुए संक्रमितों को घर से अस्पताल ले जाने और अस्पताल से ठीक होने के बाद घर तक छोड़ने के लिए हरियाणा रोडवेज की पांच मिनी बसों को एंबुलेंस का रूप दिया गया है। इन बसों में सीटों को निकाल कर शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए चार बेड लगाए गए हैं। साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर, स्ट्रेचर, सैनिटाइजेशन स्टैंड, पीपीई किट जैसी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा चार मरीजों के लेटने की व्यवस्था होगी और सहायकों के बैठने के लिए सीट की व्यवस्था की गई है। एंबुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर भी मौजूद है।

जींद रोडवेज की वर्कशॉप के फोरमैन आशीष दहिया ने बताया कि वर्कशॉप मनैजर संजीत कुमार के सहयोग से तीन दिन में ही एंबुलेंस को तैयार कर दिया गया है। इसमें वह खुद मॉनिटरिग कर रहे थे। 15 से 20 कर्मचारियों ने शिफ्टों में काम किया, लेकिन उन्होंने रेस्ट नहीं लिया। इन एंबुलेंस में मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलिडर सहित अन्य प्राथमिक उपचार की सुविधा होगी।

नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सैंपलिग के लिए मोबाइल एंबुलेंस को प्रयोग किया जाएगा। इसके साथ ही गंभीर मरीजों को तुरंत उपचार की सुविधा भी मिल सकेगी। गंभीर मरीजों को अस्पताल तक लाने, ठीक हुए मरीजों को घर तक छोड़ने में भी यह एंबुलेंस प्रयोग में लाई जाएंगी।

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