कोरोना संक्रमण: रैनबसेरों में रात को गरीबों के लिए प्रवेश बंद
शहर में बस अड्डे के पास का रैनबसेरा ठंड में गरीबों के लिए शुरू नहीं हो सका है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: शहर में बस अड्डे के पास का रैनबसेरा ठंड में गरीबों के लिए शुरू नहीं हो सका है। कोरोना संक्रमण में प्रशासन से अभी तक रैनबसेरों को शुरू करने के लिए हरी झंडी नहीं मिली है। इस वजह से रात में ठिठुरन वाली सर्दी में गरीबों को खुले आसान के नीचे रात गुजरानी पड़ रही है।
मालूम हो कि शहर में गरीब मरीजों के लिए बस अड्डे पास नगर सेवा संघ का रैनबसेरा बना है। यहां गरीब मरीजों के लिए करीब 25 साल से सेवा में जुटा है। यहां पर रैनबसेरों में मरीजों को आराम करने के लिए बिस्तर और भोजन फ्री मिलते हैं। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से रैनबसेरा गरीबों के लिए शुरू नहीं हो सका है। कोरोना संक्रमित मरीजों का ग्राफ बढ़ने से रैनबसेरों को शुरू नहीं किया है। जबकि रैनबसरों के कमरों में कुत्ते आराम कर रहे हैं। ऐसे में रात में ठंड से बचाव के लिए आने वाले गरीबों को गेट से प्रवेश नहीं दिया जाता है।मजबूरी में गरीब फुटपाथ और दुकानों के आगे के शेड में आराम करते हैं। बस अड्डे के पास रैनबसेरे में रात में ताला लटका रहता है। वहीं गरीबों को लौटा दिया जाता है।
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मैं नरवाणा से दिल्ली पुलिस का पेपर देने 9 दिसंबर में पहुंचना है। मंगलवार को भारत बंद है। इसलिए एक दिन पहले ही पहुंच गया है। लेकिन रैनबसेरे में रात गुजारनी थी, तो यहां पर ताला लटका मिला।
अमर पाल सिंह, शहर