घटिया सामग्री से बनाए गए रेलवे के क्वार्टरों को आवंटन करने में की जा रही जल्दबाजी

अंबाला रेलवे कालोनी में ठेकेदार और इंजीनियरों की मिलीभगत से घटिया निर्माण सामग्री से क्वार्टर तैयार कर दिया। जबकि इन क्वार्टरों में पीली ईंट और घटिया निर्माण सामग्री लगी है। ठेकेदार ने रंगाई-पुताई कराने के बाद चकाचक बना दिया है मगर अब इन क्वार्टरों को जल्द से जल्द आवंटन किया जा रहा है। क्वार्टरों का आवंटन कर इंजीनियर और ठेकेदार अपनी कमियों को छिपाने में लगे है। इसके अलावा लगी टंकी का भी इस्तेमाल नहीं हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 06:14 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 06:14 AM (IST)
घटिया सामग्री से बनाए गए रेलवे के क्वार्टरों को आवंटन करने में की जा रही जल्दबाजी
घटिया सामग्री से बनाए गए रेलवे के क्वार्टरों को आवंटन करने में की जा रही जल्दबाजी

जागरण संवाददाता, अंबाला : अंबाला रेलवे कालोनी में ठेकेदार और इंजीनियरों की मिलीभगत से घटिया निर्माण सामग्री से क्वार्टर तैयार कर दिया। जबकि इन क्वार्टरों में पीली ईंट और घटिया निर्माण सामग्री लगी है। ठेकेदार ने रंगाई-पुताई कराने के बाद चकाचक बना दिया है, मगर अब इन क्वार्टरों को जल्द से जल्द आवंटन किया जा रहा है। क्वार्टरों का आवंटन कर इंजीनियर और ठेकेदार अपनी कमियों को छिपाने में लगे है। इसके अलावा लगी टंकी का भी इस्तेमाल नहीं हो रहा है।

अंबाला मंडल उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन के मंडल सचिव विजय चोपड़ा का कहना है कि कोरोना काल के महामारी में जहां रेलवे मुख्यालय दिल्ली, अंबाला मंडल और हरियाणा स्टेट द्वारा कोविड- 19 की गाइड लाइन के बावजूद 25 से 30 लोगों को बुलाकर बंद कमरे में एरिया हाउसिग कमेटी की मीटिग हुई। औपचारिकता पूरी कर क्वार्टरों को आवंटन कर दिया। जबकि मीटिग में जिन पूल होल्डरों को आना चाहिए था उसमें 5 फीसद भी उपस्थिति नहीं थे। फिर भी इस मीटिग को किया गया। जबकि अंबाला मंडल में कोविड वायरस की चपेट में है।

टंकियों के पास लगे पंप का अता-पता नहीं

पुरानी रेलवे कालोनी में सनातन धर्म मंदिर के आस पास 500 मीटर के अंदर लगभग 5 से 6 आरसीसी की टंकियां है। टंकियों के आसपास एक से दो पंप भी लगाए गए थे, मगर आज इन पंपों का अता-पता तक नहीं है।

युवा समता मंच ने मांगों को लेकर सीटीएम को सौंपा ज्ञापन

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : मांगों को लेकर डॉ. भीमराव आंबेडकर युवा समता मंच की ओर से राष्ट्रपति के नाम डीसी को मांग पत्र देना था, लेकिन डीसी कार्यालय में ज्ञापन नगराधीश को दिया गया। इसकी अध्यक्षता अरूण कुमार मंडोर ने की। मांग पत्र के लिए ज्ञापन राष्ट्रीय अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग व राज्यपाल के नाम भी सौंपा गया। जिसमें मांग कि गई है कि काम के घंटे पुन: 8 घंटे, स्थायी तौर पर बंद किये 1057 सरकारी स्कूलों को पुन: चलाने, किसान विरोधी तीनों काले कानून वापस लेने, गरीब व एसी, बीसी वर्गो के स्कूली छात्रों के वजीफे बहाल करने, प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना में हुए घोटाले की न्यायिक जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से करवाने की मांग की।

अरुण कुमार मंडोर ने कहा कि सरकार मौजूदा हालत में फेल हो रही है। इसके बाद सभी साथी शम्भू टोल नाका पर किसान आंदोलन में मनाये जा रहे भक्त धन्ना जट्ट की जयंती उत्सव में पहुंचे। जहां उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। मौके पर रिकू मटेड़ी, जसवंत रंगा, युवा नेता सूरज आंबेडकर बहुजन क्रांति मोर्चा, छात्र नेता बलराम मंडोर, विशाल, कमलजीत नंबरदार, एडवोकेट संदीप राठौल, हैप्पी जयंत, रवि बहबलपुर, दलजीत सैनी, नरेश मंडोर, शीलादेवी, कमलेश, सोमा देवी बौद्ध, गीता देवी, लछमी देवी, माया देवी मौजूद रहे।

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