अंबाला के 36 सरकारी विद्यालयों में प्रधानाध्यापक का पद खाली

शिक्षा विभाग ने जिले में दसवीं कक्षा में 70 फीसद परीक्षा परिणाम का लक्ष्य रखा है और इसी तरह 12वीं कक्षा में 90 फीसद का टारगेट रखा गया है लेकिन सवाल उठता है कि यह लक्ष्य कैसे पूरा होगा। क्योंकि जिले के 36 सरकारी विद्यालयों में मुखिया ही नहीं हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Mar 2021 06:40 AM (IST) Updated:Wed, 17 Mar 2021 06:40 AM (IST)
अंबाला के 36 सरकारी विद्यालयों में प्रधानाध्यापक का पद खाली
अंबाला के 36 सरकारी विद्यालयों में प्रधानाध्यापक का पद खाली

अवतार चहल, अंबाला शहर

शिक्षा विभाग ने जिले में दसवीं कक्षा में 70 फीसद परीक्षा परिणाम का लक्ष्य रखा है और इसी तरह 12वीं कक्षा में 90 फीसद का टारगेट रखा गया है, लेकिन सवाल उठता है कि यह लक्ष्य कैसे पूरा होगा। क्योंकि जिले के 36 सरकारी विद्यालयों में मुखिया ही नहीं हैं। ऐसे में स्कूलों में काम प्रभावित न हो इसके लिए जिला शिक्षा विभाग के अफसरों ने स्कूल के वरिष्ठ शिक्षकों को डीडी पावर सौंपी है। ऐसे में व्यवस्था तो बनी हुई है, लेकिन विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है। जिस वरिष्ठ शिक्षक को स्कूल की अन्य जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं कई बार वे अपनी कक्षा ही नहीं ले पाते।

बता दें कि जिला के 33 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (रा.व.मा.वि.) में प्राधानाचार्य और 3 राजकीय उच्च विद्यालय (रा.उ.वि.) में हेडमास्टर के पद खाली पड़े हैं। ऐसे में वरिष्ठ शिक्षकों को डीडी पावर देकर मुखिया का जिम्मा सौंपा गया है। वरिष्ठ शिक्षक स्कूल की व्यवस्था में व्यस्त हो गए हैं और सही तरीके से अपनी कक्षा को पढ़ा नहीं पा रहे हैं। जबकि अप्रैल माह में परीक्षाएं होनी हैं। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। पिछले साल दसवीं का रिजल्ट 57 फीसद था और इस बार 70 फीसद का लक्ष्य रखा गया है। इसी तरह 12वीं का 81 फीसद था और अब 90 फीसद का टारगेट रखा गया है। यदि शिक्षक पूरे नहीं होंगे तो लक्ष्य को भेदना आसान नहीं होगा। विभाग की मानें तो नारायणगढ़ और समलेहड़ी स्कूल में प्रिसिपल ने ज्वाइन कर लिया है। विभाग के जानकारों की मानें तो विभाग ने प्रिसिपल की प्रमोशन की लिस्ट जारी नहीं की है जिस कारण ऐसे हालात बन रहे हैं।

----- -स्कूल मुखिया के जिम्मे होते हैं ये काम

स्कूल मुखिया के जिम्मे पूरे स्कूल की व्यवस्था होती है। इसमें जहां विद्यार्थियों और स्कूल स्टाफ में अनुशासन बनाए रखने के साथ-साथ प्रशासनिक काम भी देखने होते हैं। जिनमें सैलरी ड्रा करवाना, स्कूल लींविग सर्टिफिकेट देना, बच्चों को बैग समेत स्टेशनरी, डाक बनाना, बैंक में, ट्रेजरी में, रिकॉर्ड डाक में लगाना होता है।

------- इन स्कूलों में नहीं हैं हेडमास्टर

-मानकपुर स्थित रा.उ.वि.

-छावनी सब्जी मंडी स्थित रा.उ.वि.

-कलरहेड़ी स्थित रा.उ.वि.

---- इन स्कूलों में नहीं हैं प्रिसिपल

-पुलिस लाइन स्थित रा.क.व.मा.वि., बब्याल स्थित रा.क.व.मा.वि., कांवला स्थित रा.व.मा.वि., करधान स्थित रा.व.मा.वि., रंगिया मंडी स्थित रा.व.मा.वि., शाहपुर स्थित रा.व.मा.वि., दुखेड़ी स्थित रा.व.मा.वि., खुड्डा कलां स्थित रा.व.मा.वि., मोहड़ा स्थित रा.व.मा.वि., उगाड़ा-बाड़ा स्थित रा.व.मा.वि., जलबेहड़ा स्थित रा.व.मा.वि., शहजादपुर स्थित रा.मॉडल संस्कृत व.मा.वि., ईस्मेलपुर स्थित रा.व.मा.वि., साहा के कालपी स्थित रा.व.मा.वि., नारायणगढ़ के लाहा स्थित रा.व.मा.वि., शहजादपुर के पथरेहड़ी स्थित रा.व.मा.वि., साहा के समलेहड़ी स्थित रा.मॉडल संस्कृत व.मा.वि., शहजादपुर के कड़ासन स्थित रा.व.मा.वि., नारायणगढ़ के डेरा स्थित रा.व.मा.वि., बराड़ा के नाहरा डेरा स्थित रा.व.मा.वि., साहा के पिलखनी स्थित रा.व.मा.वि., नारायणगढ़ के कुराली स्थित रा.व.मा.वि., बराड़ा के धीन स्थित रा.व.मा.वि., साहा के गोकुलगढ़ स्थित रा.व.मा.वि., साहा के केसरी स्थित रा.व.मा.वि., साहा के संभालखा स्थित रा.व.मा.वि., बराड़ा के धनौरा स्थित रा.व.मा.वि., जनसुई स्थित रा.व.मा.वि., कलेरां स्थित रा.व.मा.वि., मनका-मनकी स्थित रा.व.मा.वि., सौंटा स्थित रा.व.मा.वि., शहजादपुर कोडवा खुर्द स्थित रा.व.मा.वि., नारायणगढ़ गधौली स्थित रा.व.मा.वि.

--------- जिले में स्कूलों की स्थिति

प्राइमरी स्कूल - 478

राजकीय माध्यमिक स्कूल - 138

राजकीय उच्च विद्यालय - 61

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल - 94

---------- इस मामले में कार्रवाई निदेशालय की ओर से की जानी है। दो स्कूलों में प्रिसिपल आ चुके हैं और अन्य में सीनियर मोस्ट को डीडी पावर दी हुई है।

सुधीर कुमार कालड़ा, उप जिला शिक्षा अधिकारी

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