जल संरक्षण के लिए पुलिस डीएवी स्कूल ने शुरू कर रखी है पहल

बरसात में सीधे आसमान से होने वाली वर्षा का पानी प्योर माना जाता है। इस पानी के बर्बाद होने से बचाने और सदुपयोग करने के लिए अंबाला शहर के पुलिस डीएवी स्कूल में रेन वाटर सिस्टम लगाया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 06:49 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 06:49 AM (IST)
जल संरक्षण के लिए पुलिस डीएवी स्कूल ने शुरू कर रखी है पहल
जल संरक्षण के लिए पुलिस डीएवी स्कूल ने शुरू कर रखी है पहल

जागरण संवाददाता, अंबाला : बरसात में सीधे आसमान से होने वाली वर्षा का पानी प्योर माना जाता है। इस पानी के बर्बाद होने से बचाने और सदुपयोग करने के लिए अंबाला शहर के पुलिस डीएवी स्कूल में रेन वाटर सिस्टम लगाया गया है। इस प्लांट से 3 एकड़ में विकसित स्कूल में बरसात के दिनों में वर्षा का पानी सड़कों पर बर्बाद होने की बजाय सीधे वाटर लेबल में मिलाया जा रहा है। वाटर लेबल में यह पानी पहुंचने से जल संरक्षण की सरकार और स्वयंसेवी संस्थाओं की पहल को बल मिल रहा है। पुलिस डीएवी स्कूल के प्रिसिपल डा. विकास कोहली बताते हैं कि यह सिस्टम विकसित करने का एक मात्र उद्देश्य जल संरक्षण के साथ प्रयोग के तौर पर बच्चों को इसके बारे में जागरुक किया जा सके।

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कुंआ बनाकर वाटर लेबर से जोड़ा

परिसर में एक कुंआ बनाया गया है, जिसमें थ्री वेल सिस्टम से जुटाए गए पानी को वाटर लेबर में मिला दिया जाता है। इसके लिए बरसात से पहले परिसर में बने कुंए की सफाई से लेकर मरम्मत कराई जाती है। इस कुंए में 70 फुट की पाइप के जरिए पानी संरक्षण किया जा रहा है।

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