वेबसाइट के सॉफ्टवेयर अपडेट होने में लग रहा समय, इंतकाल के 1500 केस पेंडिग
तहसील कार्यालयों में इंतकाल की वेबसाइट का नया सॉफ्टवेयर आने से पहले ही जनता के लिए मुसीबत बन चुका है।
जागरण संवाददाता, अंबाला: तहसील कार्यालयों में इंतकाल की वेबसाइट का नया सॉफ्टवेयर आने से पहले ही जनता के लिए मुसीबत बन चुका है। सॉफ्टवेयर अपडेट होने के कारण कार्यालयों में करीब पंद्रह दिनों से इंतकाल पूरी तरह से बंद पड़े हैं। यही कारण है कि अभी तक छावनी कार्यालय में ही 1500 सौ केस पेंडिग है। जिन्हें इंतकाल ही सिस्टम पर अपडेट नहीं हो पा रहे हैं। इंतकाल ना होने के कारण बैंकों से लोन ना मिलने व अन्य परेशानियां जनता को उठानी पड़ रही है। हालांकि विभाग रजिस्ट्रियों का काम चला रहा है। बाकायदा इसके लिए इंतकाल को बाद में अपडेट करने पर जमा करना शुरू कर दिया है। आवेदक से रजिस्ट्री के समय इंतकाल की फीस लेने से लेकर सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली जाती है। केवल अपडेट करने का काम छोड़ दिया जाता है। ताकि रजिस्ट्री करवाने के लिए वेबसाइट करने का इंतजार ना करना पड़े।
पारदर्शिता लाने के लिए हो रहा सॉफ्टवेयर अपडेट
इंतकाल को ऑनलाइन कर पारदर्शिता लाने के लिए सॉफ्टवेयर को अपडेट किया जा रहा है। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद घर बैठे-बैठे इंतकाल देखा जा सकता है। इस अपग्रेडेशन के कारण इंतकाल की वेबसाइट को बंद कर सारा डाटा नए सॉफ्टवेयर में रिकवर किया जा रहा है। जुलाई माह तक यह काम पूरा होने की संभावना है। बता दें कि जमीनी खरीद के लिए इंतकाल महत्वपूर्ण होता है। जमीन की रजिस्ट्री कराने के बाद इंतकाल नहीं करवाता है तो नए मालिक के खाते में ना जुड़कर पुराने मालिक के खाते में दिखाई देता है।
वर्जन
इंतकाल की वेबसाइट पर नया सॉफ्टवेयर अपडेट करने का काम जुलाई माह के पहले सप्ताह में होने की उम्मीद है। विकल्प के तौर पर इंतकाल को अपलोड करने का काम छोड़कर बाकि सभी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। ताकि रजिस्ट्री का काम ना रूक सके। 1500 सौ के करीब केस आ चुके हैं। वेबसाइट के चलते ही सभी को अपलोड कर दिया जाएगा।
-दर्शन कुमार, तहसीलदार, अंबाला छावनी
समाचार संख्या- 1, समय- 4:17
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप