भावांतर भरपाई योजना में बढ़ रहा किसानों का रूझान, 1976 ने करवाया रजिस्ट्रेशन

भावांतर भरपाई योजना में किसानों को रूझान बढ़ता जा रहा है। इसी कारण अब तक 1976 किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा दिया है। बागवानी विभाग ने आलू गोभी गाजर मटर और किन्नू को लेकर लक्ष्य निर्धारित किया था।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Dec 2019 06:13 AM (IST) Updated:Sun, 29 Dec 2019 06:13 AM (IST)
भावांतर भरपाई योजना में बढ़ रहा किसानों का रूझान, 1976 ने करवाया रजिस्ट्रेशन
भावांतर भरपाई योजना में बढ़ रहा किसानों का रूझान, 1976 ने करवाया रजिस्ट्रेशन

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर

भावांतर भरपाई योजना में किसानों को रूझान बढ़ता जा रहा है। इसी कारण अब तक 1976 किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा दिया है। बागवानी विभाग ने आलू, गोभी, गाजर, मटर और किन्नू को लेकर लक्ष्य निर्धारित किया था। इसमें से आलू और गोभी में तो सौ प्रतिशत तक लक्ष्य प्राप्त कर लिया है लेकिन गाजर और मटर में ज्यादा किसानों ने कोई रूचि नहीं दिखाई। इसके बजाय किन्नू में भी किसानों ने ज्यादा दिलचस्पी दिखायी है। आलू की फसल में विभाग ने 101 प्रतिशत, गोभी में 102 प्रतिशत, गाजर में डेढ़ फीसदी, मटर में पौने तीन और किन्नू में 300 फीसदी कामयाबी हासिल की है। विभाग ने यह रखा था लक्ष्य

बागवानी विभाग ने आलू को लेकर लक्ष्य रखा था कि 1800 किसानों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। इसके तहत 7 हजार एकड़ में आलू की फसल उगाई जाएगी। इसी तरह गोभी के लिये 100 किसानों का रजिस्ट्रेशन किया जाना था और 250 एकड़ में गोभी की फसल उगाई जानी थी। गाजर के लिये भी 1250 किसानों का रजिस्ट्रेशन किया जाना था, इसमें 2500 एकड़ में गाजर लगाये जाने का लक्ष्य था। मटर की फसल के लिये 700 किसानों का रजिस्ट्रेशन करना था और 1400 एकड़ में मटर की फसल लगाई जानी थी। इसी तरह किन्नू का दो किसानों का रजिस्ट्रेशन करवाना था और 5 एकड़ में लगाये जाने थे। विभाग ने यह पाया लक्ष्य

बागवानी विभाग ने दो फसलों को छोड़कर अपना लक्ष्य पूरा कर लिया है। आलू के उत्पादक 1830 किसानों का रजिस्ट्रेशन करवाया गया। 7553 एकड़ में किसानों ने आलू की खेती भी की है। गोभी उत्पादक 102 किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया, जिसके चलते 174 एकड़ में गोभी की फसल हुई। जबकि गाजर के लिये महज 19 किसानों ने ही अपना रजिस्ट्रेशन करवाया, जिसमें 16 एकड़ में ही गाजर की खेती हो पायी। मटर की फसल का भी 19 किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया और साढ़े 21 एकड़ में मटर की खेती की गई। किन्नू का छह किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया और साढ़े चार एकड़ में किन्नू की खेती की गई। बागवानी विभाग की ओर से किसानों को भावांतर भरपाई योजना के तहत जागरूक किया जाता है। इसमें किसानों को अधिक से अधिक जोड़ा जाता है। किसानों को बताया जाता है कि वह किस समय फसलों के रजिस्ट्रेशन के लिये पंजीकृत करे और कब इन फसलों की बिक्री करे।

- अजेश कुमार, जिला बागवानी अधिकारी, अंबाला

chat bot
आपका साथी