अंबाला में निजी स्कूल की मनमानी के विरोध में अभिभावक

अभी नया सत्र शुरू भी नहीं हुआ और स्कूल संचालकों की मनमानी शुरू हो गई है। अभी विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम भी घोषित नहीं हुए और छावनी के एक नामी स्कूल ने अभिभावकों को हजारों रुपये राशि जमा करवाने के मैसेज भेज दिए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 31 Mar 2021 07:10 AM (IST) Updated:Wed, 31 Mar 2021 07:10 AM (IST)
अंबाला में निजी स्कूल की मनमानी के विरोध में अभिभावक
अंबाला में निजी स्कूल की मनमानी के विरोध में अभिभावक

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : अभी नया सत्र शुरू भी नहीं हुआ और स्कूल संचालकों की मनमानी शुरू हो गई है। अभी विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम भी घोषित नहीं हुए और छावनी के एक नामी स्कूल ने अभिभावकों को हजारों रुपये राशि जमा करवाने के मैसेज भेज दिए हैं। इसके चलते भारी संख्या में अभिभावक एकजुट होकर मंगलवार को शिक्षा सदन पहुंचे। जहां जिला शिक्षा अधिकारी को पूरी बात बताई। उन्होंने अभिभावकों को आश्वासन दिया। करीब 156 अभिभावक ने हस्ताक्षर कर आवेदन सौंपे।

छावनी के रहने वाले जतिन ने बताया कि वह बीती 26 मार्च को डीईओ से मिले थे, जिसमें उन्हें बताया था कि उनके पास स्कूल की ओर से मैसेज आ रहा है। एनुअल चार्ज की मांग की जा रही है और इसमें एनुअल चार्ज जोड़कर ट्यूशन फीस का नाम दे दिया गया है। अभिभावकों ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले 60 फीसद फीस बढ़ा दी गई है। जबकि नियमों के मुताबिक 6 से 8 फीसद ही बढ़ोतरी की जा सकती है। उन्होंने बताया कि इसे मुद़्दे को लेकर विभाग और स्कूल की मीटिग भी हुई। मामले में स्कूल का रिप्लाई विभाग के पास आ चुका है। स्कूल ने साफ कहा है कि यह ट्यूशन फीस ही ली जा रही है। साथ ही बच्चों का रिजल्ट नहीं रोकेगा। स्कूल की ओर से सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को मिक्स करके चलाया जा रहा है।

डीईओ ने कहा कि 5 अप्रैल को बातचीत करके समाधान किया जाएगा। लोग स्कूल से अपने बच्चों को निकालना चाहते हैं, लेकिन उन्हें टीसी नहीं दी जा रही। अभिभावकों ने टीसी की मांग की है। इसके बाद दोपहर को अभिभावकों के पास मैसेज आया कि बुधवार को जारी होने वाले परीक्षा परिणाम को स्थगित कर दिया गया है।

--- फिर से आने लगा मैसेज

बिदिया ने बताया कि हमारे पास 12 हजार 700 रुपये का मैसेज आ रहा था। वह जनवरी में स्कूल गई थी और फीस भी दे रहे हैं। दौरान स्कूल की ओर से कहा गया कि गलती के कारण मैसेज है। इसका भुगतान नहीं करना। अब फिर 15 दिन पहले मैसेज आ रहा है कि भुगतान करना पड़ेगा। यदि बच्चे स्कूल जा नहीं रहे तो ट्यूशन फीस ही ले सकते हैं। विभाग से सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है।

----- 10 फीसद से ज्यादा नहीं बढ़ा सकते फीस

मोनिका ने बताया कि 6 अप्रैल से पहले अगले सेशन की भी फीस भरनी है। पिछले सेशन में वह 2550 रुपये फीस भर रहे थे। अब दो माह की 7850 कर दी है। जबकि 10 फीसदी से अधिक नहीं बढ़ाई जा सकती है। दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों के परिवार के पास 11 हजार 700 रुपये का मैसेज आ रहा है और बड़ी कक्षा के मुताबिक अधिक राशि के मैसेज आ रहे हैं।

----- स्कूल को निर्देश दे दिए गए हैं कि किसी विद्यार्थी का रिजल्ट नहीं रोका जाएगा। फीस का स्कूल से लिखित में ले लिया है। इस मामले की जांच कैंट बीईओ को सौंप दी गई है।

सुरेश कुमार, डीईओ

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