अंबाला में निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर पेपर वर्क शुरू
कोरोना की दूसरी लहर के धीमा होने के साथ ही निकाय और पंचायत चुनावों को लेकर पेपर वर्क शुरू कर दिया गया है। मतदाता सूचियों पर काम शुरु हो गया है जबकि वाट्सएप ग्रुप बनाकर कुछ नेता भी सक्रिय हो चुके हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला : कोरोना की दूसरी लहर के धीमा होने के साथ ही निकाय और पंचायत चुनावों को लेकर पेपर वर्क शुरू कर दिया गया है। मतदाता सूचियों पर काम शुरु हो गया है, जबकि वाट्सएप ग्रुप बनाकर कुछ नेता भी सक्रिय हो चुके हैं। दूसरी ओर राजनीतिक दलों ने भी अपनी गतिविधियों को तेज करते हुए फील्ड में अपनी मौजूदगी जतानी शुरू कर दी है। दूसरी ओर कैंटोनमेंट बोर्ड अंबाला के आठ वार्डों को लेकर भी पेपर वर्क हो चुका है। हालांकि अभी चुनावों की तिथि घोषित नहीं हुआ है, जबकि माना जा रहा है कि राजनीतिक गतिविधियां धीरे-धीरे और तेज होंगी।
नगर परिषद अंबाला सदर व नगर पालिका नारायणगढ़ में वार्ड स्तर पर मतदाता सूचियों बनाने का काम शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही मतदाताओं व अन्य से इन मतदाता सूचियों पर सुझाव और दावे भी मांगे गए हैं। इसके लिए शेड्यूल तय कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि नगर परिषद अंबाला सदर की मतदाता सूचियों आदि को लेकर आपत्तियां दर्ज करवाई थी। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के चलते इन पर सुनवाई नहीं हुई। अब फिर से आपत्तियां मांगी गई है। उल्लेखनीय है कि नगर परिषद अंबाला सदर में 31 वार्ड हैं, जबकि नगरपालिका नारायणगढ़ मं 15 वार्ड हैं। दूसरी ओर जिला परिषद व पंचायत चुनावों को लेकर भी प्रारंभिक स्तर पर काम शुरू कर दिया गया है। नगर परिषद अंबाला सदर के सचिव राजेश कुमार का कहना है कि मतदाता सूचियां बनाने से लेकर अन्य कार्यों को पूरा करने के लिए निर्देश मिल चुके हैं। इन पर काम किया जा रहा है।
------------
इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय हुए नेता
चुनावों को ध्यान में रखते हुए इंटरनेट मीडिया पर भी नेता सक्रिय हो चुके हैं। कई नेताओं ने तो वार्ड के आधार पर वाट्सएप ग्रुप बनाकर अपनी गतिविधियों का प्रचार करना शुरू कर दिया है। सत्ता पक्ष जहां अपने कार्यों को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जनता के बीच रख रहा है वहीं विपक्ष अपने मुद्दों को वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से उछाल रहा है। जमीनी स्तर पर भी नेताओं ने अपनी गतिविधियां शुरु कर दी हैं।
------------
कैंटोनमेंट बोर्ड अंबाला
कैंटोनमेंट बोर्ड अंबाला के आठ वार्डों के चुनावों को लेकर भी हलचल है। हालांकि किस वार्ड को आरक्षित व सामान्य किया गया है, यह प्रक्रिया हो चुकी है। दिग्गज नेताओं के वार्ड महिला आरक्षित हो चुके हैं। हालांकि संसद में इन चुनावों से संबंधित बिल पेश किया जाना है। यदि यह पास हो जाता है, तो बोर्ड चुनावों के लिए वार्ड आरक्षण की प्रक्रिया को दोबारा किया जाएगा।