प्रदेश के जीआरपी के थानों में पेंडिग मामले दस दिन में निपटाने के आदेश

प्रदेश के राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) थानों में पेंडिग मामलों और शिकायतों का दस दिन में निपटारा करने के आदेश एसपी सुरेंद्र पाल सिंह ने जारी किए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 07:45 AM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 07:45 AM (IST)
प्रदेश के जीआरपी के थानों में पेंडिग मामले दस दिन में निपटाने के आदेश
प्रदेश के जीआरपी के थानों में पेंडिग मामले दस दिन में निपटाने के आदेश

जागरण संवाददाता, अंबाला : प्रदेश के राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) थानों में पेंडिग मामलों और शिकायतों का दस दिन में निपटारा करने के आदेश एसपी सुरेंद्र पाल सिंह ने जारी किए हैं। अंबाला, फरीदाबाद और गुरुग्राम डीएसपी को भी इस बारे हिदायतें जारी की हैं कि वे थानों में जाकर निरीक्षण करें। कुछ समय के बाद खुद एसपी प्रदेश के एक-एक थाने में निरीक्षण के लिए रवाना होंगे और पेंडिग शिकायतों की खुद मॉनीटरिग करेंगे।

शुक्रवार को दैनिक जागरण से बातचीत में सुरेंद्र पाल ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा ही उनकी प्राथमिकता है। प्रदेश के सभी थाना प्रभारियों को हिदायत जारी की गई हैं कि यदि किसी भी यात्री की शिकायत आती है, उस के आधार पर तुरंत मामला दर्ज कर कार्रवाई करें। अक्सर कई बार चोरी या छीनाझपटी के मामलों को दर्ज करने में पुलिस आनाकानी करती है। एसपी ने ऐसे अपराधियों से सख्ती से निपटने को कहा है। एसपी ने थाना प्रभारियों को आदेश दिए हैं कि मामला दर्ज होने से क्राइम आंकड़ें को बढ़ा हुआ न देखें, बल्कि केस दर्ज कर उनका समाधान करें। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि रेलवे पुलिस में जितना भी स्टाफ है, वह पर्याप्त है।

हाल ही में जीआरपी को 20 कांस्टेबल और 24 महिलाएं पुलिस कर्मी दी गई हैं। महिला पुलिस कर्मचारियों को विशेष रूप से हिदायत दी गई है कि वे महिला यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें। भ्रष्टाचार के मामले में भी कोई अधिकारी या कर्मचारी लिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी पुलिस कर्मी यात्रियों की सुरक्षा को ही प्राथमिकता समझें और निष्ठा और ईमानदारी से अपनी ड्यूटी को अंजाम दें।

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