बाल रोग चिकित्सकों को इलाज के लिए आनलाइन प्रशिक्षण कराया

कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से लड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुटा है। इसके लिए बाल रोग विभाग के चिकित्सकों को आनलाइन प्रशिक्षण भी दिया गया है। चिकित्सकों को यह प्रशिक्षण दिया गया है कि कम लक्षण वाले और गंभीर मरीजों का इलाज किस प्रकार करना है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 07:35 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 07:35 AM (IST)
बाल रोग चिकित्सकों को इलाज के लिए आनलाइन प्रशिक्षण कराया
बाल रोग चिकित्सकों को इलाज के लिए आनलाइन प्रशिक्षण कराया

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से लड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुटा है। इसके लिए बाल रोग विभाग के चिकित्सकों को आनलाइन प्रशिक्षण भी दिया गया है। चिकित्सकों को यह प्रशिक्षण दिया गया है कि कम लक्षण वाले और गंभीर मरीजों का इलाज किस प्रकार करना है। वहीं नागरिक अस्पताल में 25 बेड का आइसोलेशन वार्ड बना दिया गया है।

मालूम हो कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में अप्रैल व मई में संक्रमित मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ा था। इस दौरान रोजाना करीब 500 से 600 संक्रमित मिल रहे थे। हालांकि धीरे-धीरे दूसरी लहर खत्म हो चुकी है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अगस्त में तीसरी लहर की आशंका जाहिर की है। कोरोना संक्रमण का यह तीसरी लहर बच्चों को ज्यादा प्रभावित करेगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने अभी से कोरोना से लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। संक्रमित बच्चों में लक्षण होने पर इलाज करने का आनलाइन प्रशिक्षण दिया गया है। अब रोहतक मेडिकल कालेज में बाल रोग विभाग के चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए अंबाला से जल्द ही बाल रोग विभाग के चिकित्सकों की टीम जाएगी। इस संबंध में बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डा. शुभज्योति प्रकाश ने बताया कि बच्चों में कोरोना के लक्षण आने पर उनका किस तरह से इलाज किया जाना है, इसका प्रशिक्षण दिया गया है।

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इस तरह होगा इलाज

बाल रोग विभाग के चिकित्सकों को प्रशिक्षण में अवगत कराया गया कि कोरोना के तीन प्रकार के लक्षण होंगे। इसमें हल्के, बीच और गंभीर लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मिलेंगे। इसमें किसी प्रकार के लक्षण नहीं होने पर पाजिटिव आने वालों का घर पर इलाज होगा। वहीं गंभीर और लक्षण वाले का अस्पताल में आइसोलेट कर इलाज किया जाएगा।

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