वाहन खरीदने के नाम पर ठगे एक लाख रुपये

आनलाइन ठग इन दिनों लोगों के खून-पसीने की कमाई को चंद मिनटों में उड़ा रहे हैं। दूसरी ओर सोशल साइट पर बिक्री का विज्ञापन देखकर खरीदारी करना भी लोगों को महंगा पड़ रहा है। कुछ ऐसे ही मामले इस दिनों देखने को मिल रहे हैं। हालांकि इसी को लेकर पुलिस द्वारा एडवाइजरी भी जारी की गई है बावजूद लोग शातिरों के झांसे में आ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 07:10 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 07:10 AM (IST)
वाहन खरीदने के नाम पर ठगे एक लाख रुपये
वाहन खरीदने के नाम पर ठगे एक लाख रुपये

जागरण संवाददाता, अंबाला : आनलाइन ठग इन दिनों लोगों के खून-पसीने की कमाई को चंद मिनटों में उड़ा रहे हैं। दूसरी ओर, सोशल साइट पर बिक्री का विज्ञापन देखकर खरीदारी करना भी लोगों को महंगा पड़ रहा है। कुछ ऐसे ही मामले इस दिनों देखने को मिल रहे हैं। हालांकि इसी को लेकर पुलिस द्वारा एडवाइजरी भी जारी की गई है बावजूद लोग शातिरों के झांसे में आ रहे हैं। ठगी के आंकड़ों को देखें तो जनवरी 2021 से लेकर 15 अक्टूबर 2021 तक 199 केस दर्ज हो चुके हैं।

सोशल साइट पर विज्ञापन देख एक्टिवा खरीदने की कोशिश में एक लाख 3 हजार 567 रुपये की ठगी हो गई। पड़ाव थाना पुलिस ने इस संबंध में राम सागर निवासी जाटव पंचायत धर्मशाला मंदिर मोची मंडी अंबाला छावनी की शिकायत पर टिकू निवासी वार्ड एक, मरांडा, तहसील पालमपुर, जिला कांगड़ा हिमाचल प्रदेश के खिलाफ केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है। रामसागर ने बताया कि वह मंदिर में पुजारी है। उन्होंने फेसबुक पर एक स्कूटर की बिक्री का विज्ञापन देखा था। कीमत 23 हजार 500 रुपये थी। उन्होंने दिए गए नंबर पर कांटेक्ट किया। आरोपित ने खुद को सेना कर्मी बताया। आरोपित ने उसे 3150 रुपये भेजने को कहा जो गूगल पे के माध्यम से भेज दिए। इसके बाद शातिर ने 19 हजार 850 रुपये की राशि मांगी, जो उसने दे दी। इसके बाद वह बार-बार पैसों की डिमांड करता रहा। ट्रांजेक्शन कई बार रुकी, जिस पर उसने लगातार राशि भेजने की कोशिश की। उसके खाते से 1 लाख 3 हजार 567 रुपये निकल गए।

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ट्वीट कर मदद मांगी तो 65 हजार रुपये का चूना

पूर्व सैनिक ने खाता नहीं खुलने पर ट्वीट कर शिकायत दी। यही शिकायत परेशानी का कारण बन गई। बैंक अधिकारी बनकर शातिर ने 67 हजार 500 रुपये ठग लिए। शिकायतकर्ता तिलक राज गुप्ता निवासी सेक्टर 32 अंबाला कैंट ने बताया कि वह सेना से सेवानिवृत्त है। उसकी पेंशन का खाता स्टेट बैंक आफ इंडिया सेक्टर 31 गुरुग्राम है। उसे पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) शाखा नन्हेड़ा में अपनी जरूरत के लिए खाता खोलना था, जिसमें दिक्कतें आ रही थीं। उसने ट्वीट के माध्यम से पीएनबी के ट्वीटर अकाउंट से सहायता मांगी। इसके बाद उसे अर्जुन नामक व्यक्ति ने पीएनबी का सेवा अधिकारी बन काल किया। काल करने वाले ने कहा कि यूपीआइ आइडी से दो रुपये ट्रांसफर करने होंगे। इस पर उसने यह राशि ट्रांसफर कर दी। शातिर ने उसे अपनी बातों में उलझा लिया और उससे तीन बार में 48048 रुपये, 9801 रुपये और 9701 रुपये की राशि ट्रांसफर कर ली। शातिर ने कहा कि यह रुपया बाद में उनके खाते में आ जाएगा, लेकिन एक रुपये भी वापस नहीं आए।

--------------- बीते कुछ माह में आनलाइन ठगी के मामले

- गांव शेरपुर के रहने वाले गुलाब सिंह ने फेसबुक पर ट्रैक्टर का विज्ञापन देख का संपर्क किया। शातिर ने खुद को सेना कर्मी बताया। शातिर ने गुलाब सिंह से 2 लाख 39 रुपये की राशि ठग ली।

- अंबाला की शास्त्री कालोनी के रहने वाले अश्वनी शर्मा ने आनलाइन कमीज मंगवाई थी, लेकिन फटी कमीज मिलने पर उसे वापस करने की रिक्वेस्ट डाली। शातिर ने कमीज के 500 रुपये वापस करने के नाम पर ओटीपी मांगा और दो लाख रुपये ठग लिए।

- मुलाना की रहने वाली ²ष्टि ने आनलाइन साइट पर टूर एंड ट्रिप के लिए टिकट बुक की। बुकिग नहीं होने पर कस्टमर केयर पर काल की तो शातिर ने 79 हजार रुपये ठग लिए

- अंबाला शहर के रतनगढ़ निवासी गुड्डू ने आनलाइन बाइक खरीदने के विक्रेता से संपर्क किया, जिसने खुद का सेना कर्मी बताया। शातिर ने 38 हजार ठग लिए।

- अंबाला कैंट महेश नगर के शुभम कुमार से आनलाइन लोन अप्लाई करने पर शातिर ने 55 हजार ठगे।

- महेश नगर निवासी संध्या जैन से 44 हजार 990 रुपये ठगे।

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यह है एडवाइजरी

- एप या साफ्टवेयर को डाउनलोड करने से पहले इसे अच्छी तरह से गूगल पर सर्च करें।

- डिवाइस में साफ्टवेयर अपडेट केवल अपनी डिवाइस की सेटिग से ही करें।

- ईमेल, पोपअप, इंस्टेट मैसेज या सोशल नेटवर्किंग, साइट्स पर साफ्टवेयर या एप के लिक या विज्ञापनों पर क्लिक न करें।

- विश्वसनीय माध्यमों से फाइलें, एप, साफ्टवेयर और प्लग-इन डाउनलोड करें।

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