अब नागरिक अस्पताल में ठेका और डीसी रेट वाले कर्मचारी ड्रेस में आएंगे नजर
-अब नागरिक अस्पताल में ठेका व डीसी रेट पर कार्य करने वाले कर्मचारियों को ड्रेस में रहना होगा। इसके लिए पीएमओ ने निर्देश जारी किए हैं।
- अस्पताल में आने वाले मरीज और तीमारदार को होगी आसानी
- पीपीपी पद्धति, ठेका कर्मियों को भी कंपनी की ड्रेस में रहना होगा
जागरण संवाददाता, अंबाला : नागरिक अस्पताल में डाक्टर से लेकर सभी स्टाफ सदस्यों को अब ड्रेस कोड के नियम का पालन करना होगा। डाक्टर से लेकर नर्सिंग सिस्टर और स्टाफ नर्स अपनी ड्रेस में ड्यूटी कर रहे हैं। बावजूद इसके ठेके अथवा डीसी रेट पर काम करने वाले 250 से अधिक कर्मी ड्रेस में नजर नहीं आते। अस्पताल के प्रिसिपल मेडिकल आफिसर(पीएमओ) ने अस्पताल में ड्यूटी के दौरान सभी स्टाफ को ड्रेस कोड के नियम का पालन करने को कहा है। निरीक्षण के दौरान अगर कोई स्टाफ सदस्य ड्रेस में नहीं मिला तो उसका एक दिन का वेतन काटे जाने की चेतावनी भी दी गई है। पीएमओ का आदेश जारी होते ही ठेके पर काम करने वाले कई कर्मचारी अधिकारियों से मिले और ठेकेदार की तरफ से वर्दी नहीं मिलने का दुखड़ा रोया।
पीपीपी मोड की स्वास्थ्य सेवाओं में दिखता है ड्रेस कोड
नागरिक अस्पताल में हार्ट सेंटर और डायलसिस विभाग में कार्य करने वाले डाक्टर से लेकर अन्य सभी स्टाफ ड्रेस कोड में नजर आते हैं, लेकिन अस्पताल के बाकी सेंटर में ज्यादातर स्टाफ ड्रेस में ड्यूटी नहीं करता है। डायलसिस विभाग और हार्ट सेंटर के प्रबंधन ने कहा कि प्रत्येक वर्ष सर्दी और गर्मी का ड्रेस स्टाफ में समय समय पर वितरित किए जाते हैं।
ठेकेदार को देनी होती है वर्दी
अस्पताल में ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों को दो साल से वर्दी नहीं दी गई। अस्पताल प्रबंधन ने ठेकेदार को अपने कर्मियों को वर्दी का वितरण करने के लिए पत्र लिखा है। साथ ही निर्देश दिया गया है कि यदि उसके द्वारा आपूर्ति किया गया स्टाफ वर्दी में नजर नहीं आया तो ठेकेदार का भुगतान रोकने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
---------------------
मुख्यालय से ड्रेस कोड का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों को ड्यूटी के समय ड्रेस में रहना होगा। निरीक्षण के दौरान अगर कोई बिना ड्रेस के मिला तो उसका एक दिन का वेतन रोक दिया जाएगा।
- डा. राकेश सहल, प्रिसिपल मेडिकल आफिसर, अंबाला कैंट।