निशा आर्य ने कोर्ट को गुमराह कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चार को दिलाई जमानत

जागरण संवाददाता अंबाला शहर यमुनानगर के फर्कपुर की पृथ्वी नगर में रहने वाली निशा आर्य

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 11:27 AM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 11:27 AM (IST)
निशा आर्य ने कोर्ट को गुमराह कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चार को दिलाई जमानत
निशा आर्य ने कोर्ट को गुमराह कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चार को दिलाई जमानत

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : यमुनानगर के फर्कपुर की पृथ्वी नगर में रहने वाली निशा आर्य ने एक बार फिर कोर्ट को गुमराह कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चार आरोपितों को जमानत दिला दी, मगर कोर्ट को पता तक नहीं चल पाया। लेकिन जब जमाबंदी और आधार कार्ड पर फोटो का साइज बड़ा होने के बाद कोर्ट को शक हुआ। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर सिटी थाना में निशा आर्य के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। दरअसल, अक्टूबर 2020 में कोर्ट ने फर्जी दस्तावेजों पर जमानत कराने का मामला पकड़ा था। तब नकली नोट के साथ पकड़े आरोपित को जमानत के लिए जमीन की फर्जी जमाबंदी व आधार कार्ड लगाया था। रेलवे वर्कशॉप के मोहम्मद सलीम ने खुद को मोहन कुमार बताकर जमानत दी थी। मामले में भी निशा आर्य की भूमिका सामने आई थी। वहीं से मामले की जांच शुरू हुई और फर्जी जमानतें कराने की बात सामने आई। शहर थाना पुलिस ने निशा आर्य के साथ-साथ उसके भाई शुभम, रेनू बाला, महिला सिमरन पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। निशा के घर से बरामद हुई मुहरें

जानकारी के मुताबिक साल 2020 में 26 हजार के नकली नोट के साथ पकड़े गए अजीत सिंह उर्फ सोनू की 9 अक्टूबर को कोर्ट ने छह दिन की अंतरिम जमानत मंजूरी की थी। तब अंतरिम जमानत के लिए 80 हजार रुपये का श्योरिटी बांड देने आए व्यक्ति ने कोर्ट में खुद की पहचान मोहन कुमार के तौर पर बताई थी। मगर जब जांच शुरू हुई तो मोहन कुमार ने खुद को यमुनानगर की रेलवे वर्कशॉप का मोहम्मद सलीम बताया था। तब पता चला था मोहम्मद सलीम निशा आर्य के संपर्क में रहता था। इसके बाद पुलिस टीम तैयार होने के बाद निशा आर्य के घर पर रेड की गई। उस दौरान पुलिस को उसके घर से कागजों पर लगाने के लिए नकली मुहरें बरामद हुई थी।

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