खेलो इंडिया के लिए नए आएंगे जिमनास्टिक उपकरण, स्टेंडबाइ में रखे जाएंगे

खेलो इंडिया बेशक फरवरी 2022 में होंगे लेकिन इसके लिए तैयारियां पूरी तेजी से चल रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 07:36 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 07:36 AM (IST)
खेलो इंडिया के लिए नए आएंगे जिमनास्टिक उपकरण, स्टेंडबाइ में रखे जाएंगे
खेलो इंडिया के लिए नए आएंगे जिमनास्टिक उपकरण, स्टेंडबाइ में रखे जाएंगे

जागरण संवाददाता, अंबाला : खेलो इंडिया बेशक फरवरी 2022 में होंगे, लेकिन इसके लिए तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। अंबाला में स्वीमिग प्रतियोगिता के साथ जिमनास्टिक के मुकाबले भी होने हैं। जिमनास्टिक खेल के लिए मौजूदा समय में जर्मनी से मंगवाए गए खेल उपकरणों पर प्रेक्टिस की जा रही है, जबकि फ्लोर एक्सरसाइज को छोड़कर अन्य उपकरणों की और डिमांड की गई है। इसकी सूची जिला खेल विभाग ने मुख्यालय को भेज दी है, जबकि अभी मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। दूसरी ओर जिमनास्टिक हाल में ही ओलिपिक खेलों का प्रसारण एलसीडी पर दिखाया जा रहा है ताकि खेलों में करियर बनाने को लेकर खिलाड़ी प्रोत्साहित हो सकें।

उल्लेखनीय है कि बीते साल जिमनास्टिक के नए उपकरण जिमनास्टिक हाल में लगाए गए थे। यह जर्मनी से मंगवाए गए। यह दूसरा मौका था जब जिमनास्टिक खिलाड़ियों के लिए विदेशी उपकरण आए। इससे पहले हालैंड से यह उपकरण मंगवाए गए थे। इन उपकरणों को इंस्टाल कर दिया गया है, जिस पर खिलाड़ी प्रेक्टिस कर रहे हैं। अब खेलो इंडिया यूथ गेम्स के तहत जिमनास्टिक प्रतियोगिताओं का आयोजन अंबाला में होना है। इसी को लेकर जिला खेल विभाग फ्लोर एक्सरसाइज को छोड़कर अन्य उपकरण अतिरिक्त मांग रहा है। इसकी सूची मुख्यालय को भेज दी गई है, जबकि अभी तक इसकी मंजूरी नहीं मिल पाई है। ऐसे में अभी इंतजार किया जा रहा है कि मंजूरी मिले। यदि खेलो इंडिया के दौरान कोई उपकरण खराब होता है तो तुरंत उसे बदला जा सके। एलसीडी स्क्रीन पर ओलिपिक का सीधा प्रसारण

वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम के जिमनास्टिक हाल में एलसीडी स्क्रीन पर ओलिपिक का सीधा प्रसारण दिखाया जा रहा है। खिलाड़ी सुबह व शाम के समय हाल में मौजूद रहते हैं। इस दौरान इसका प्रसारण दिखाया जाता है। खिलाड़ी इस प्रसारण को देखकर प्रोत्साहित होंगे। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के गृह मंत्री ने इस स्क्रीन को लगवाया था। जिमनास्टिक के कुछ और उपकरण मांगे हैं ताकि खेलो इंडिया में आवश्यकता पड़ने पर इनका इस्तेमाल किया जा सके। इसकी सूची जिला मुख्यालय को भेज दी गई है, जिसकी मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है।

- एन सत्यन, डीएसओ, अंबाला

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