दहेज की आग: ससुराल की दहलीज पर खाक हो गए एक बहू के सपने
एमएससी मैथ की पढ़ाई के बाद करने लगी नौकरी, संजोया था स्वर्णिम भविष्य का सपना, ससुराल वालों ने दहेज की बेड़ियों में जकड़ा
जागरण संवाददाता, अंबाला : लाखों का दहेज देकर भी मां-बाप बेटी का नसीब नहीं खरीद सकते। अपने पीहर से अरमानों की डोली पर सवार होकर ससुराल पहुंची एक बेटी के सपने कैसे दहेज की आग में दम तोड़ देते हैं, इसका जीता-जागता उदाहरण राधा ठाकुर हैं। अंबाला कैंट के हरि नगर की राधा मास्टर ऑफ साइंस (एमएससी) गणित की होनहार छात्रा थी। पढ़ाई के बाद नौकरी लग गई और वह स्वर्णिम भविष्य की ओर कदम बढ़ा चुकी थी। अब उसके जीवन में उसके सपनों का राजकुमार आने वाला था। चंडीगढ़ के राम दरबार फेज-2 के राजीव कुमार के साथ पिता ने राधा का रिश्ता जोड़ दिया। पिता ने कहा था- पलकों पर बिठाकर रखेंगे तुझे ससुराल वाले, लेकिन राधा को शायद पता नहीं था कि उसके बाबुल का दिया भरोसा ससुराल की दहलीज पर ही टूटकर बिखर जाएगा। भूचाल बनकर राधा के सामने खड़ा हो गया दहेज का दावन
कहने को हम आज कितने ही पुराने विचारों और प्रथाओं को पीछे छोड़कर आगे बढ़ चुके हैं लेकिन दहेज जैसी बुराई आज भी समाज की जड़ों को खोखला कर रही है। राधा ठाकुर के जीवन में भी ये दहेज भूचाल बनकर आया। दरअसल, पढ़ी-लिखी राधा ने अपने ससुराल वालों को बता दिया था कि वह शादी के बाद भी अपनी नौकरी जारी रखेगी। उसने अपने सपनों के बारे में मंगेतर विकास को भी बता दिया था। उसे भरोसा था कि एक मल्टीनेशनल कंपनी में क्वालिटी इंजीनियर जैसे बड़े ओहदे पर काम करने वाला विकास उसके इस सपने को पूरा करने में उसकी मदद करेगा। लेकिन, शादी के पांच दिन बाद ही उसके अरमानों पर पानी फिर गया। दहेज न मिलने से खफा ससुराल वालों का व्यवहार बदल गया। दहेज की बेड़ियों से सुसराल वालों ने उसे इस कदर जकड़ा कि वह रिश्तों के आगे उन्हें तोड़ नहीं पाई। हाथ की मेंहदी भी नहीं सूखी थी जिसमें अब झाडू पकड़ा दिया गया था
शादी के पांच दिन तक सब-कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन राधा को शायद पता नहीं था कि अब उसकी जिंदगी में एक तूफान आने वाला था। छठे दिन सास ने ताना मारा -तेरे पिता ने शादी में कार, एलसीडी, एसी कुछ नहीं दिया इसीलिए महारानी मत बन और चुपचाप घर का कामकाज संभाल ले। जिस पढ़ी-लिखी राधा ने जॉब का सपना संजोया था, उस पर कुठाराघात हो चुका था। हालांकि, सास के आदेश को उसने चुपचाप स्वीकार कर लिया। जिस हाथ की मेंहदी अभी सूखी भी नहीं थी उसमें झाड़ू पकड़ा दिया गया था। गाली-गलौच और मारपीट दिनचर्या का हिस्सा बन चुका था
सिर्फ तानों से ससुराल वालों का मन नहीं भरा तो अब राधा को मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान किया जाने लगा। सुबह 4 बजे उठाना शुरू कर दिया। गाली-गलौच और मारपीट उसकी दिनचर्या का हिस्सा बन चुका था। आजिज आकर उसने विरोध किया तो प्रताड़ना का स्तर बढ़ा दिया गया। उसका खाना बंद कर दिया गया। घर से बाहर जाने से पहले ससुराल वाले उसे बंधक बनाकर अकेला छोड़ देते। मायके में बातचीत पर भी पाबंदी लगा दी गई। इतना ही नहीं कानूनी शिकंजे से बचने के लिए राधा को डरा-धमकाकर कोरे कागज पर साइन कराए गए और उसकी बाकायदा रिकॉर्डिंग भी कर ली। बाहर भी पति का अफेयर, सोशल मीडिया पर सिंगल का स्टेटस
राधा बताती हैं कि शादी के एक महीने बाद पति विकास घर में कम बाहर ज्यादा रहने लगा। कई दिनों तक वह घर ही नहीं आता था। वजह पूछने पर उससे मारपीट की जाती थी। राधा ने जब पड़ताल की तो पता चला कि विकास का जसप्रीत नाम की एक लड़की के साथ अफेयर है। शादी के बाद भी वाट्सएप और फेसबुक पर उसका स्टेटस ¨सगल था, ताकि किसी को पता न चल सके कि वह शादीशुदा है। राधा ने ऐतराज जताया तो विकास उसे पीटकर चुप करा देता। सीसीटीवी से रखी जाती थी नजर, खाते-पीते देख देते थे गाली
राधा का आरोप है कि शादी के बाद घर में सीसीटीवी लगवा दिया गया। इसके जरिए उस पर नजर रखी जाती थी। रिकॉर्डिंग में उसे कुछ खाते-पीते देखकर गालियां दी जाती थीं। कई बार मारपीट भी की गई। घर में कोई चीज इधर-उधर हो जाती तो उसे चोर बना दिया जाता था। पीहर गई तो वापस लाने के लिए दो लाख रुपये और कार मांग लिए
राधा बताती हैं कि भाई की शादी में भेजने से पहले उसे धमकाया गया। ससुराल से खाली हाथ मायके भेज दिया। भाई की शादी के कई दिन बाद भी ससुराल से उसे लेने कोई नहीं आया। पीहर वालों ने फोन किया तो ससुराल से दो लाख रुपये के साथ एक कार की डिमांड हो गई। हारकर पीहर वालों ने राधा को ससुराल भेजने से मना कर दिया। पुलिस को शिकायत दी गई। पुलिस ने भी ससुराल पक्ष के पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।