संशोधित : दृष्टि बाधित छात्रों ने पढ़ाई के साथ नेशनल गेम्स में स्थापित किया कीर्तिमान

- गोल्ड मेडल हासिल कर चुके खिलाड़ी गोल बॉल को नेशलन गेम्स में शामिल करने की कर रहे मांग

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 07:10 AM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 07:10 AM (IST)
संशोधित : दृष्टि बाधित छात्रों ने पढ़ाई के साथ नेशनल गेम्स में स्थापित किया कीर्तिमान
संशोधित : दृष्टि बाधित छात्रों ने पढ़ाई के साथ नेशनल गेम्स में स्थापित किया कीर्तिमान

फोटो : 23 से 26 तक मूक बधिर दिवस पर विशेष :

- गोल्ड मेडल हासिल कर चुके खिलाड़ी गोल बॉल को नेशनल गेम में शामिल करने की कर रहे मांग जागरण संवाददाता, अंबाला :

छावनी का सनातन धर्म अंध महाविद्यालय के शिक्षक दृष्टि बाधित बच्चों को बेहतर शिक्षा देकर समाज में एक मुकाम दिलाने का काम कर रहें हैं। यहां तालीम हासिल करने वाले दृष्टि बाधित बच्चों ने मेरिट में स्थान बनाने के अलावा राज्य और देश स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर चुके हैं। अब यहां के बच्चों ने गोल बॉल को नेशनल गेम्स में शामिल करने की मांग कर रहें हैं।

-ब्रेल लिपि से हासिल कर रहे शिक्षा

प्राथमिक से लेकर स्नातक और परास्नातक के छात्र-छात्राएं ब्रेल लिपि वाली किताबों से शिक्षा हासिल करते हैं। इन किताबों की छपाई देहरादून, दिल्ली, फरीदाबाद और बहादुरगढ़ के प्रकाशक करते हैं। ब्रेल लिपि वाली किताबों पर अक्षर उभरे हुए होते हैं और छात्र-छात्राओं को स्पर्श मात्र से शब्द का ज्ञान होता है

-पहले टेप रिकॉर्ड से होती थी पढ़ाई

महाविद्यालय के सुपरिंटेंडेंट जेएस अग्रवाल बताते हैं ब्रेल लिपि से पहले दृष्टि बाधित बच्चे टेप रिकॉर्ड से पढ़ाई करते थे। अब समय आधुनिक हो गया है और पढ़ाई करने का तौर तरीका भी हाईटेक हो चुका है। इन दिनों बच्चों को महाविद्यालय में कंप्यूटर से पढ़ाई कराई जा रही है। यहां के छात्रों का सरकारी विभागों में हुआ चयन

फोटो : 24

सनातन धर्म अंध महाविद्यालय में शिक्षा पाने के बाद दो दर्जन से अधिक ऐसे छात्र हैं, जो अपनी प्रतिभा की बदौलत आज बैंक, रेलवे, स्कूल, कॉलेज, अनाज मंडी सहित अन्य सरकारी विभागों में नौकरी कर रहे हैं।

-मंगीराम, प्रोफेसर अंध महाविद्यालय छावनी।

क्रिकेट में नेशनल में बनाई जगह

फोटो : 25

क्रिकेट के साथ एथलेटिक्स 5 किमी में गोल्ड मेडल वर्ष 2016-17 में हासिल किया। इसके साथ-साथ क्रिकेट में नेशनल खेल चुके हैं।

- रबीश कुमार, छात्र अंध महाविद्यालय।

नेशनल गोल बॉल टीम में बना चुके स्थान

फोटो : 26

अंध महाविद्यालय की तरफ से समय समय होने वाली प्रतियोगिताओं में नाम रोशन कर चुका हूं। दृष्टि बाधित बच्चों के लिए होने वाली गोल बॉल प्रतियोगिता को प्रोत्साहित किए जाने की आवश्यकता है। इसे एशियन गेम्स में शामिल किया जाए।

प्रदीप, छात्र अंध महाविद्यालय।

chat bot
आपका साथी