अंबाला में प्रवासी मजदूरों के जाने से शहीदी स्मारक का काम प्रभावित
दिल्ली नेशनल हाईवे के किनारे अंतरराष्ट्रीय स्तर का शहीद स्मारक बनाने का कार्य चल रहा है। लॉकडाउन की घोषणा के बाद यहां ठेकेदार के मजदूर अचानक अपने-अपने गांव चले गए। मजदूरों के चले जाने से निर्माण कार्य में बाधा आ गई। इसे देखते हुए लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन ने ठेकेदार को लोकल मजदूरों से काम कराने का निर्देश दिया।
जागरण संवाददाता, अंबाला : दिल्ली नेशनल हाईवे के किनारे अंतरराष्ट्रीय स्तर का शहीद स्मारक बनाने का कार्य चल रहा है। लॉकडाउन की घोषणा के बाद यहां ठेकेदार के मजदूर अचानक अपने-अपने गांव चले गए। मजदूरों के चले जाने से निर्माण कार्य में बाधा आ गई। इसे देखते हुए लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन ने ठेकेदार को लोकल मजदूरों से काम कराने का निर्देश दिया। अब यहां पर लोकल मजदूर और मशीनों से काम चल रहा है। ठीक यही स्थिति शाहपुर अंडरपास के निर्माण में भी देखने को मिली। मजदूरों के अचानक चले जाने से विकास प्रोजेक्ट की प्रगति धीमी हो गई है।
करीब 22 एकड़ में बनाए जा रहे शहीदी स्मारक के निर्माण कार्य पर अनुमानित 200.56 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। स्मारक का डिजाइन राष्ट्रीय स्तर की आर्किटेक्चर रेनू खन्ना ने तैयार किया है। इसमें पर्यटकों के सुविधाजनक आवागमन के लिए हेलीपैड की व्यवस्था भी रहेगी। अंतरराष्ट्रीय स्मारक होने के कारण इस स्थल पर विशिष्ट तथा अति विशिष्ट व्यक्तियों के आगमन की सुविधा के लिए शहीदी स्मारक के पिछली ओर हेलीपैड बनाया जाएगा। इस स्मारक में 750 व्यक्तियों की क्षमता वाला ओपन एयर थियेटर बनकर तैयार है। इसमें म्यूजियम, ऑडिटोरियम, कनेक्टिविटी ब्रिज, वॉटर बॉडी, सब-स्टेशन, अंडरग्राउंड वाटर टैंक एंड पंप हाउस, ग्रीन एरिया, मेमोरियल टावर को बनाने की योजना है। शहीदी स्मारक में कवर्ड पार्किंग, चिल्ड्रन पार्क, जन सुविधाएं, रिफ्लेक्टिग पूल तथा आउटडोर कैफेटेरिया की सुविधाएं भी होगी। इस स्मारक पर रात्रि के समय लेजर शो से महान क्रांतिकारियों के जीवन व 1857 की क्रांति की घटनाओं का जीवंत प्रदर्शन की व्यवस्था है।
------ सब-वे भी बनकर तैयार
दिल्ली से अंबाला छावनी की ओर आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए इस स्मारक तक पहुंचाने के लिए एक सब-वे भी बना कर तैयार किया जा रहा है। इसे पूरा करने के लिए अब मजदूरों की कमी है। मजदूरों की कमी को देखते हुए अब मशीन से होने वाले काम को कराया जा रहा है।
-------------- साइट इंजीनियर को कार्य में तेजी लाने के निर्देश
इस परियोजना के निर्माण कार्य की शुरुआत 1 अगस्त 2018 को हुई थी। निर्माण कार्य के तहत यहां पर लेवल के साथ-साथ चारदीवारी का निर्माण कार्य कर लिया गया है। इंटरपेशन सेंटर (सिगल स्टोरी) के तहत प्रथम तल पर लेंटर डालने का कार्य किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन निशांत ने बताया कि शहीदी स्मारक का काम तय समय में पूरा करने के लिए साइट इंजीनियर को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।