अंबाला में कई सरकारी स्कूलों को मिले प्रधानाध्यापक

लंबे संघर्ष के बाद प्रदेश में लेक्चरर को बड़ी सौगात मिली है जिन्हें पदोन्नति देते हुए प्रिसिपल बना दिया गया है। ऐसे में प्रदेश में 702 और जिला के 26 स्कूलों को प्राचार्य मिल गए हैं। वहीं 9 शिक्षकों को हेडमास्टर भी पदोन्नत किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 06:15 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 06:15 AM (IST)
अंबाला में कई सरकारी स्कूलों को मिले प्रधानाध्यापक
अंबाला में कई सरकारी स्कूलों को मिले प्रधानाध्यापक

अवतार चहल, अंबाला शहर

लंबे संघर्ष के बाद प्रदेश में लेक्चरर को बड़ी सौगात मिली है, जिन्हें पदोन्नति देते हुए प्रिसिपल बना दिया गया है। ऐसे में प्रदेश में 702 और जिला के 26 स्कूलों को प्राचार्य मिल गए हैं। वहीं 9 शिक्षकों को हेडमास्टर भी पदोन्नत किया गया है। वीरवार को प्राचार्याें ने पद संभालने के लिए कागजी प्रकिया भी की। जो जल्द ही स्कूलों को चार्ज संभाल लेंगे। जिसके बाद से विद्यार्थियों की पढ़ाई भी बाधित नहीं होगी। जबकि काफी समय से स्कूलों में प्राचार्याें के पद खाली पड़े थे।

बता दें कि 1996 से यह शिक्षक विभाग में बतौर लेक्चरर अपनी सेवाएं दे रहे थे। शिक्षकों की पदोन्नति के लिए 2017 और 2019 में केस मांगे गए थे, लेकिन मामले वरिष्ठता सूची को लेकर कोर्ट में स्टे था। इस कारण किसी भी शिक्षक की पदोन्नति नहीं हो सकी थी। बीते 2 जुलाई को कोर्ट से स्टे हट गया। इसके महज एक माह के भीतर विभाग ने सौगात दे दी।

--------- प्राचार्य इन विषयों के हैं विशेषज्ञ

हिदी - 3, अंग्रेजी - 3, मैथ - 2, वायोलोजी - 4, कामर्स - 2, इक्नोमिक्स - 4, राजनीतिक विज्ञान - 2, केमेस्ट्री - 3, संस्कृत - 2, फिजिक्स - 1

--------- -परीक्षा परिणाम का लक्ष्य पाना था मुश्किल

शिक्षा विभाग की ओर से दसवीं और 12वीं कक्षा में परीक्षा परिणाम पाने का लक्ष्य रखा जाता था। लेकिन अन्य शिक्षकों को प्राचार्य का कार्यभार संभालना पड़ रहा था। शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल के वरिष्ठ शिक्षकों को डीडी पावर सौंपी हुई थी। इस कारण व्यवस्था तो बन जाती थी, लेकिन विद्यार्थियों की पढ़ाई जरूर बाधित हो रही है। जिस वरिष्ठ शिक्षक को स्कूल की अन्य जिम्मेदारियां सौंपी थीं, वह अपनी कई बार कक्षा ही नहीं ले पाते।

----- -स्कूल मुखिया के जिम्मे होते हैं यह काम

स्कूल मुखिया के जिम्मे पूरे स्कूल की व्यवस्था होती है। इसमें जहां विद्यार्थियों और स्कूल स्टाफ में अनुशासन बनाए रखने के साथ-साथ प्रशासनिक काम भी देखने होते हैं। जिनमें सैलरी ड्रा करवाना, स्कूल परित्याग प्रमाणपत्र देना, स्कूल को कंट्रोल, बच्चों को बैग समेत स्टेशनरी, डाक बनाना, बैंक में, ट्रेजरी में, रिकार्ड डाक में लगाना होता है।

--------- जिले के इन 33 स्कूलों में नहीं थे प्रिसिपल

-पुलिस लाइन स्थित रा.क.व.मा.वि., बब्याल स्थित रा.क.व.मा.वि., कांवला स्थित रा.व.मा.वि., करधान स्थित रा.व.मा.वि., रंगिया मंडी स्थित रा.व.मा.वि., शाहपुर स्थित रा.व.मा.वि., दुखेड़ी स्थित रा.व.मा.वि., खुड्डा कलां स्थित रा.व.मा.वि., मोहड़ा स्थित रा.व.मा.वि., उगाड़ा-बाड़ा स्थित रा.व.मा.वि., जलबेहड़ा स्थित रा.व.मा.वि., शहजादपुर स्थित रा.माडल संस्कृत व.मा.वि., ईस्मेलपुर स्थित रा.व.मा.वि., साहा के कालपी स्थित रा.व.मा.वि., नारायणगढ़ के लाहा स्थित रा.व.मा.वि., शहजादपुर के पथरेहड़ी स्थित रा.व.मा.वि., साहा के समलेहड़ी स्थित रा.मॉडल संस्कृत व.मा.वि., शहजादपुर के कड़ासन स्थित रा.व.मा.वि., नारायणगढ़ के डेरा स्थित रा.व.मा.वि., बराड़ा के नाहरा डेरा स्थित रा.व.मा.वि., साहा के पिलखनी स्थित रा.व.मा.वि., नारायणगढ़ के कुराली स्थित रा.व.मा.वि., बराड़ा के धीन स्थित रा.व.मा.वि., साहा के गोकुलगढ़ स्थित रा.व.मा.वि., साहा के केसरी स्थित रा.व.मा.वि., साहा के संभालखा स्थित रा.व.मा.वि., बराड़ा के धनौरा स्थित रा.व.मा.वि., जनसुई स्थित रा.व.मा.वि., कलेरां स्थित रा.व.मा.वि., मनका-मनकी स्थित रा.व.मा.वि., सौंटा स्थित रा.व.मा.वि., शहजादपुर कोडवा खुर्द स्थित रा.व.मा.वि., नारायणगढ़ गधौली स्थित रा.व.मा.विद्यालय।

--------- जिले में स्कूलों की स्थिति प्राइमरी स्कूल - 478

राजकीय माध्यमिक स्कूल - 138

राजकीय उच्च विद्यालय - 61

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल - 94

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