दालों के भंडारण सीमित करने के विरोध में बंद रही मंडी
केंद्र सरकार द्वारा दालों के भंडारण की सीमा सीमित करने से गुस्साए हरियाणा स्टेट अनाज मंडी आढ़ती संघ के आह्वान पर स्थानीय अनाज मंडी बंद रखकर विरोध जताया गया।
संवाद सहयोगी, बराड़ा : केंद्र सरकार द्वारा दालों के भंडारण की सीमा सीमित करने से गुस्साए हरियाणा स्टेट अनाज मंडी आढ़ती संघ के आह्वान पर स्थानीय अनाज मंडी बंद रखकर विरोध जताया गया। प्रधान कवरजीत सिंह विर्क के अनुसार राजस्थान व्यापार मंडल द्वारा समस्त देश में 16 जुलाई 2021 को सभी राज्य स्तरीय संगठनों से सरकार के इस फैसले के विरोध स्वरूप मंडियां बंद रखने का आह्वान किया गया है।
केंद्रीय सरकार ने अचानक दालों के भंडारण की सीमा सीमित करके किसानों तथा व्यापारियों के हितों पर कुठाराघात किया है। दालों का भंडारण कम होने से एक और कृषकों को अपनी दलहनी फसलें औने- पौने दामों पर बेचने के लिए विवश होना पड़ेगा। दूसरी ओर आढ़ती, मुनीम, मजदूर आदि अन्य सभी लोगों को भी नुकसान पहुंचेगा। संगठन सचिव प्रिस वधवा ने राज्य सरकार पर विश्वासघात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि गत रबी मौसम में गेहूं की खरीद नीति में आढ़तियों से 50 रुपये प्रति क्विंटल कमीशन देने का वायदा किया गया था। परंतु सरकार 46 रुपये प्रति क्विंटल की दर से कमीशन का भुगतान कर रही है। मौके पर प्रधान कवरजीत सिंह, प्रिस वधवा, कुणाल अग्रवाल, अमरपाल बजाज ,बलजिदर सिंह मनचंदा, हैप्पी चावला ,साहिल खेत्रपाल, संजीव कुमार आदि मौजूद रहे। वर्जन
राज्य स्तरीय आढ़ती संघ प्रधान रजनीश चौधरी के आह्वान पर सभी आढ़तियों ने मंडी में कामकाज ठप रखा। किसी भी फसल की बोली नहीं की गई तथा संघ के सभी सदस्यों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद रखकर एकता का परिचय दिया है। सरकार को आढ़ती संघ को विश्वास में लेकर दाल भंडारण की सीमा पर पुनर्विचार करना चाहिए।
सरदार कवरजीत सिंह विर्क प्रधान, आढ़ती संघ, अनाज मंडी बराड़ा