फैक्ट्री के ताले तोड़कर चुरा ले गए मशीनरी और स्क्रैप, 20 लाख का नुकसान

पुलिस थाना साहा क्षेत्र में चोरों ने एक फैक्ट्री को निशाना बनाकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 06:40 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 06:40 AM (IST)
फैक्ट्री के ताले तोड़कर चुरा ले गए मशीनरी और स्क्रैप, 20 लाख का नुकसान
फैक्ट्री के ताले तोड़कर चुरा ले गए मशीनरी और स्क्रैप, 20 लाख का नुकसान

संवाद सहयोगी, साहा:

पुलिस थाना साहा क्षेत्र में चोरों ने एक फैक्ट्री को निशाना बनाकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। करीब बीस लाख रुपये का सामान इस फैक्ट्री से चोरी हुआ है, जिसमें मशीनरी सहित लोहे का स्क्रैप शामिल है। शिकायतकर्ता का कहना है कि सारी जमा पूंजी लगाकर इस फैक्ट्री को शुरू किया था, जबकि चोर पूरी तरह से फैक्ट्री साफ कर गए हैं। पुलिस ने श्वेता गोयल निवासी तोपखाना बाजार अंबाला छावनी की शिकायत पर केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू की है।

उन्होंने शिकायत में बताया कि उनकी गांव तेपला-समलहेड़ी लिक रोड पर गोयल फाउंड्री के नाम से ढलाई फैक्ट्री है। उन्होंने बताया कि 11 सितंबर को वह और उनके पति अमित गोयल फैक्ट्री में थे। लेबर की छुट्टी होने के बाद दरवाजे आदि बंद करके अपने घर चले गए। उन्होंने बताया कि 14 सितंबर को जब सुबह करीब दस बजे फैक्ट्री में पहुंचे तो देखा कि फैक्ट्री के मेन गेट का ताला टूटा हुआ है। फैक्ट्री के भीतर जाकर देखा तो उनके होश उड़ गए। चोरों ने फैक्ट्री को लगभग साफ कर दिया। चोरों ने इस फैक्ट्री से छोटी मशीनों तो चोरी किया, जबकि इसके साथ ही बक्से, स्क्रैप, लोहे के औजार, ग्राइंडर, कंडा, केमिकल, डाइयां आदि सामान भी चुरा लिया। इस चोरी में उनका करीब बीस लाख रुपये का नुकसान हुआ है। पुलिस इस मामले में आगामी कार्रवाई कर रही है। लोहा चोरी के मामले लगातार आ रहे सामने

लोहा स्क्रैप आदि चोरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। चोरों की नजर इसी तरह की फैक्ट्रियों पर है, जहां लोहे का काम होता है। मंडोर गांव स्थित एक फैक्ट्री से चोरों ने लोहे का स्क्रैप और प्लेटें चोरी की थीं। इसके अलावा कैथल-चंडीगढ़ न्यू बाइपास रोड गांव कालूमाजरा में एक तीन मंजिला होटल का निर्माण चल रहा था। चोरों ने यहां से आठ लाख रुपये का करीब 125 क्विंटल सरिया चोरी कर लिया था। अब साहा थाना क्षेत्र में चोरों ने फैक्ट्री से चोरी की है।

chat bot
आपका साथी