¨प्रसिपल ने छुट्टी न देकर किया शिक्षिका को मानसिक प्रताड़ित, बेसुध होकर जमीन पर गिरी

छावनी के केंद्रीय विद्यालय नंबर-एक में शुक्रवार सुबह हंगामा हो गया। स्कूल के प्राइमरी ¨वग की मुख्य प्राध्यापक (हेड मिस्ट्रेस) प्रीति रैनी ¨प्रसिपल की प्रताड़ना से तंग आकर बेसुध हो जमीन पर ही गिर गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Feb 2019 08:55 AM (IST) Updated:Sat, 23 Feb 2019 08:55 AM (IST)
¨प्रसिपल ने छुट्टी न देकर किया शिक्षिका को मानसिक प्रताड़ित, बेसुध होकर जमीन पर गिरी
¨प्रसिपल ने छुट्टी न देकर किया शिक्षिका को मानसिक प्रताड़ित, बेसुध होकर जमीन पर गिरी

जागरण संवाददाता, अंबाला: छावनी के केंद्रीय विद्यालय नंबर-एक में शुक्रवार सुबह हंगामा हो गया। स्कूल के प्राइमरी ¨वग की मुख्य प्राध्यापक (हेड मिस्ट्रेस) प्रीति रैनी ¨प्रसिपल की प्रताड़ना से तंग आकर बेसुध हो जमीन पर ही गिर गई। बेसुध महिला शिक्षक को अन्य साथियों ने नागरिक अस्पताल में दाखिल करवाया। प्राथमिक उपचार के बाद शिक्षिका को होश आया तो इमरजेंसी में ही ¨प्रसिपल के खिलाफ बोलते हुए जोर-जोर से रोने लग गई। ¨प्रसिपल इमरजेंसी में पहुंचा तो शिक्षिका ने उन्हें अपनी नजरों से दूर हटाने के लिए कहा। अस्पताल में तोपखाना चौकी पुलिस ने शिक्षिका को शांत करवा उनके बयान दर्ज किए। वहीं स्कूल के अन्य सारे शिक्षक भी अस्पताल पहुंचे और उनमें भी ¨प्रसिपल के खिलाफ काफी गुस्सा दिखा।

पीड़िता शिक्षिका प्रीति रैना ने बताया कि वह कुछ समय पहले ही प्रमोशन के लिए आयोजित की गई परीक्षा में उसने देशभर में पांचवां स्थान प्राप्त किया। इसके बाद उनका तबादला गुरुग्राम से अंबाला छावनी केंद्रीय विद्यालय-एक में बतौर मुख्य प्राध्यापक के पद पर हुआ। फोन पर ¨प्रसिपल से बात की तो उन्होंने यहां क्वार्टर व अन्य सुविधाएं दिलवाने की बात कही थी। क्योंकि शिक्षिका के पास डेढ़ साल की बेटी व एक छोटा बेटा है। वह अपने पति व बच्चों के साथ यहां ज्वाइन करने पहुंची तो ¨प्रसिपल ने क्वार्टर के बजाय एक कमरा दे दिया जिसमें सीलन के कारण काफी बदबू थी। महज एक हफ्ते बाद ही दोनों बच्चें बीमार हो गए। पति वापस गुरुग्राम अपनी नौकरी पर चला गया और यहां बच्चे पड़ोसियों के पास छोड़ने पड़ गए। बच्चों का वापस गुरुग्राम ले जाकर इलाज करवाया।

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¨प्रसिपल ने फोन पर बोले अपशब्द

शिक्षिका ने बताया कि उन्होंने ¨प्रसिपल से फोन कर अपनी बेटी को दूध पिलाने के कारण छुट्टी मांगी। लेकिन ¨प्रसिपल ने फोन पर उन्हें दूध पिलाने को लेकर अपशब्दों का प्रयोग किया। वह दिल्ली मुख्यालय में आलाधिकारियों के पास गई तो उन्होंने भी स्कूल में ज्वाइन करने के लिए कहा। जब वह स्कूल पहुंची तो ¨प्रसिपल ने उन्हें चाइल्ड केयर लीव देने से इंकार कर दिया। साथ ही उसे नोटिस जारी कर दिया। शिक्षिका ने इसका जवाब दिया तो ¨प्रसिपल ने कहा कि वह इससे संतुष्ट नहीं है और उन्हें दोबारा नोटिस जारी कर दिया। शुक्रवार को ¨प्रसिपल ने नोटिस का जवाब देने और वेतन से तीन इंक्रीमेंट काटने की धमकी दी जिसके बाद शिक्षिका बेसुध हो गई।

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अन्य शिक्षकों ने भी लगाए आरोप

वहीं अस्पताल में स्कूल के अन्य शिक्षकों ने भी ¨प्रसिपल पर मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए। एक शिक्षक ने बताया कि उनके स्कूल में प्राइमरी टीचर जयश्री धरवाल जो कि 100 प्रतिशत ब्लाइंड है उन्होंने 12 फरवरी को ही यहां ज्वाइन किया है। लेकिन ¨प्रसिपल उन पर बार-बार किसी युवती को हेल्पर के लिए अपने पास रखने के लिए परेशान कर रहा है। जबकि शिक्षिका ने हेल्पर रखने से इंकार कर दिया है।

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परीक्षा के कारण छुट्टी से इंकार किया

मैडम कुछ दिन पहले ही प्रमोशन पर हमारे स्कूल के हेड मिस्ट्रेस के पद पर आई है। उन्होंने कुछ दिन पहले भी स्कूल से कई छुट्टियां ली थी और अब बच्चों की परीक्षा के कारण मैंने उन्हें अतिरिक्त छुट्टियां देने से इंकार कर दिया था। वहीं कोई भी शिक्षक अगर अनुशासनहीनता करता है तो उसे मेमो (शो-काज नोटिस) दिया जाता है। मैडम को मैंने केवल चेतावनी नोटिस दिया था। प्रताड़ित करने के सारे आरोप बेबुनियाद है।

डॉ. भूषण कुमार गोयल, ¨प्रसिपल, केंद्रीय विद्यालय-एक।

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जांच कर रहे है

हमारे पास अस्पताल से रूक्का आया था जिसके आधार पर हमने वहां पहुंचकर पीड़ित स्कूल शिक्षिका के बयान दर्ज कर लिए है। शिक्षिका ने स्कूल ¨प्रसिपल पर ही उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए है। अभी मामले की जांच की जा रही है और उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

-अजीत राय, इंचार्ज, तोपखाना चौकी।

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